रो कर मुस्कुराने का मजा ही कुछ और है,
जिंदगी में कुछ खो कर पाने का मजा ही कुछ और है,
ज़िन्दगी में हार और जीत तो लगी ही रहती है,
लेकिन हार के जीतने का मजा ही कुछ और आता है।
सामने हो मंजिल तो रास्ते न मोड़ना,
जो भी मन में हो वो सपना न तोडना,
कदम कदम पे मिलेगी मुश्किल आपको,
बस सितारे चुनने के लिए कभी जमीन मत छोडना।
मंजिल पर सफलता का निशान चाहिए,
होंठों पे खिलती हुई मुस्कान चाहिए,
बहलने वाले नहीं हम छोटे से टुकड़े से,
हमें तो पूरा का पूरा आसमान चाहिए।
हालात से टकराने का जज्बा रखो,
मुश्किलों में मुस्कुराने का जज्बा रखो,
अगर रूठ जाए तुम्हारे दिल का रेगिस्तान,
तो रेत की दीवार बनाने का जज्बा रखो।
मुसीबत के साये में मैं हँसता-हँसाता हूँ,
ग़मों से उलझ कर भी मैं मुस्कराता हूँ,
हाथों में मुकद्दर की लकीरें है नहीं लेकिन,
मैं तो अपना मुकद्दर खुद बनाता हूँ।
तुझे अगर यकीन नही तो आजमा के देख ले,
एक बार तू ज़रा मुस्कुरा के देख ले,
वो मिलेगा तुझको जो तूने कभी सोचा ना था,
एक बार मेरी तरफ अपने कदम बढ़ा के देख ले।
साहिल पे पहुंचने से इनकार किसे है लेकिन,
तूफ़ानो से लड़ने का मज़ा ही कुछ और है,
कहते है, कि किस्मत खुदा लिखता है लेकिन,
उसे मिटा के खुद गढ़ने का मजा ही कुछ और है।
आज बादलों ने फिर साजिश की,
जहाँ मेरा घर था वहीं बारिश की,
अगर फलक को जिद है बिजलियाँ गिराने की,
तो हमें भी जिद है वहीं पर आशियाँ बसाने की।
जीत की ख़ातिर बस जूनून चाहिए,
जिसमें उबाल हो ऐसा खून चाहिए,
ये आसमां भी आ जाएगा ज़मीं पर,
बस इरादों में जीत की गूँज चाहिए।
ज़िन्दगी बहुत हसीन है,
कभी हंसाती है, तो कभी रुलाती है,
लेकिन जो ज़िन्दगी की भीड़ में खुश रहता है,
ज़िन्दगी उसी के आगे सिर झुकाती है।
अपनी जमीन अपना नया आसमान पैदा कर,
मांगने से जिंदगी कब मिली है ऐ दोस्त,
खुद ही अपना नया इतिहास पैदा कर।
गर्दिश मे बसर कर ली ज़िन्दगी,
उन चमकते सितारों की जरूरत नहीं है,
खुद ही गिरते और खुद ही संभलते हैं,
अब किसी के सहारों की जरूरत नहीं है।
नदी हो दरिया हो या हो भंवर भी,
छू भी न पाये ऊँची लहरों की हलचल,
समंदर भी न डुबो पाया मेरी कश्ती को,
मुझे किसी किनारे की जरूरत नहीं है।
हो के मायूस न यूं शाम से ढलते रहिये,
ज़िन्दगी भोर है सूरज सा निकलते रहिये,
एक ही पाँव पे ठहरोगे तो थक जाओगे,
धीरे-धीरे ही सही राह पे चलते रहिये ।
अगर सीखना है दिए से तो जलना नहीं, मुस्कुराना सीखो,
अगर सीखना है सूर्य से तो डूबना नहीं उठना सीखो,
अगर पहुंचना हो शिखर पर तो राह पर चलना नहीं,
राह का निर्माण सीखो।
जिंदगी में जो हम चाहते हैं,
वो आसानी से नहीं मिलता,
लेकिन जिंदगी का सच यह है कि,
हम भी वही चाहते हैं जो आसान नहीं होता।
साथ नहीं रहने से रिश्ते नहीं टूटा करते,
वक्त की धुंध से लम्हे नहीं टूटा करते,
लोग कहते है मेरा सपना टूट गया,
टूटी नींद है सपने नहीं टुटा करते।
सोच को अपनी ले जाओ उस शिखर पर,
ताकि उसके आगे सितारे भी झुक जाएं,
ना बनाओ अपने सफर को किसी किश्ती का मोहताज,
चलो इस शान से कि तूफान भी रुक जाए।
तकदीर के खेल से निराश नहीं होते,
जिंदगी में ऐसे कभी उदास नहीं होते,
हाथों की लकीरों पर क्यों भरोसा करते हो,
तकदीर उनकी भी होती है जिनके हाथ नहीं होते।
समर में घाव खाता है उसी का मान होता है,
छिपा उस वेदना में अमर बलिदान होता है,
सृजन में चोट खाता है छेनी और हथौड़ी का,
वही पाषाण मंदिर में कहीं भगवान होता है।