जिंदगी में कभी उदास ना होना,
कभी किसी बात पर निराश ना होना,
ये जिंदगी एक संघर्ष है चलती ही रहेगी,
कभी अपने जीने का अंदाज ना खोना।
अगर सीखना है दिए से तो जलना नहीं, मुस्कुराना सीखो,
अगर सीखना है सूर्य से तो डूबना नहीं उठना सीखो,
अगर पहुंचना हो शिखर पर तो राह पर चलना नहीं,
राह का निर्माण सीखो।
जिंदगी में जो हम चाहते हैं,
वो आसानी से नहीं मिलता,
लेकिन जिंदगी का सच यह है कि,
हम भी वही चाहते हैं जो आसान नहीं होता।
सोच को बदलो सितारे बदल जायेंगे,
नजर को बदलो नज़ारे बदल जायेंगे,
कश्तियाँ बदलने से कुछ नहीं होता,
दिशाओं को बदलो किनारे बदल जायेंगे।
बुरे लोगों को भूल कर अच्छे लोगों की,
तलाश से कहीं बेहतर है की हम लोगो,
की बुरी बातें भूल जाएँ और,
उनकी अच्छी बातें तलाश करें।
इन निगाहों में मन्ज़िले हैं,
सामने कठिन रास्ते हैं बहुत,
लेकिन मैं हर मुश्किल से उलझ गया,
और मैं सबसे आगे निकल गया।
तुझे अगर यकीन नही तो आजमा के देख ले,
एक बार तू ज़रा मुस्कुरा के देख ले,
वो मिलेगा तुझको जो तूने कभी सोचा ना था,
एक बार मेरी तरफ अपने कदम बढ़ा के देख ले।
आंधियों को जिद है जहां बिजलियां गिराने की,
मुझे भी जिद है, वही आशियां बसाने की,
हिम्मत और हौंसले बुलंद है, खड़ा हूं अभी गिरा नही हूं
अभी जंग बाकी है, और मै हारा भी नही हूं।
सामने हो मंजिल तो रास्ते न मोड़ना,
जो भी मन में हो वो सपना न तोडना,
कदम कदम पे मिलेगी मुश्किल आपको,
बस सितारे चुनने के लिए कभी जमीन मत छोडना।
सब्र एक ऐसी सवारी है जो अपने,
सवार को कभी गिरने नहीं देती,
न किसी के क़दमों में, न किसी की नज़रों में।
जब टूटने लगे हौसले तो बस ये याद रखना,
बिना मेहनत के हासिल तख्तो ताज नहीं होते,
ढूंढ़ लेना अंधेरों में मंजिल अपनी,
जुगनू कभी रौशनी के मोहताज़ नहीं होते।
हो के मायूस न यूं शाम से ढलते रहिये,
ज़िन्दगी भोर है सूरज सा निकलते रहिये,
एक ही पाँव पे ठहरोगे तो थक जाओगे,
धीरे-धीरे ही सही राह पे चलते रहिये ।
अपनी जमीन अपना नया आसमान पैदा कर,
मांगने से जिंदगी कब मिली है ऐ दोस्त,
खुद ही अपना नया इतिहास पैदा कर।
गर्दिश मे बसर कर ली ज़िन्दगी,
उन चमकते सितारों की जरूरत नहीं है,
खुद ही गिरते और खुद ही संभलते हैं,
अब किसी के सहारों की जरूरत नहीं है।
यही जज्बा रहा तो मुश्किलों का हल भी निकलेगा,
जमीं बंजर हुई तो क्या वहीं से जल भी निकलेगा,
न मायूस हो न घबरा अंधेरों से मेरे साथी,
इन्हीं रातों के दामन से सुनहरा कल भी निकलेगा।
फूलों की तरह मुस्कुराना जिंदगी में,
मुस्कुरा के गम भुलाना जिंदगी में,
जीत कर खुश हुए तो क्या खुश हुए,
हार कर भी मुस्कुराना जिंदगी में।
आज बादलों ने फिर साजिश की,
जहाँ मेरा घर था वहीं बारिश की,
अगर फलक को जिद है बिजलियाँ गिराने की,
तो हमें भी जिद है वहीं पर आशियाँ बसाने की।
खोकर पाने का मज़ा ही कुछ और है,
रोकर मुस्कुराने का मज़ा ही कुछ और है,
हार तो जिंदगी का हिस्सा है मेरे दोस्त,
हार के बाद जीतने का मजा ही कुछ और है।
कोशिश के बावजूद हो जाती है कभी हार,
होके निराश मत बैठना ऐ यार,
बढ़ते रहना आगे हो जैसा भी मौसम,
पा लेती मंजिल चींटी भी, गिर गिर कर कई बार।
ज़िन्दगी बहुत हसीन है,
कभी हंसाती है, तो कभी रुलाती है,
लेकिन जो ज़िन्दगी की भीड़ में खुश रहता है,
ज़िन्दगी उसी के आगे सिर झुकाती है।