बेहतर से बेहतर की तलाश करो,
मिल जाए नदी तो समंदर की तलाश करो,
टूट जाते हैं शीशे पत्थरों की चोट से,
तोड़ दे पत्थर ऐसे शीशे की तलाश करो।
अपनी जमीन अपना नया आसमान पैदा कर,
मांगने से जिंदगी कब मिली है ऐ दोस्त,
खुद ही अपना नया इतिहास पैदा कर।
जब तक कदम रुके रहे तब तेज थी हवा,
नजरें उठाई जैसे ही तूफान रुक गया,
एक पैतरे के साथ ही बिजली चमक उठी,
उसने उड़ान ली तो आसमान झुक गया।
जब टूटने लगे हौसले तो बस ये याद रखना,
बिना मेहनत के हासिल तख्तो ताज नहीं होते,
ढूंढ़ लेना अंधेरों में मंजिल अपनी,
जुगनू कभी रौशनी के मोहताज़ नहीं होते।
सोच को बदलो सितारे बदल जायेंगे,
नजर को बदलो नज़ारे बदल जायेंगे,
कश्तियाँ बदलने से कुछ नहीं होता,
दिशाओं को बदलो किनारे बदल जायेंगे।
लहरों को साहिल की दरकार नहीं होती,
हौसला बुलंद हो तो कोई दीवार नहीं होती,
जलते हुए चिराग ने आँधियों से ये कहा,
उजाला देने वालों की कभी हार नहीं होती।
अभी को असली मंजिल पाना बाकी है,
अभी तो इरादों का इम्तिहान बाकी है,
अभी तो तोली है मुट्ठी भर जमीन,
अभी तोलना आसमान बाकी है।
यही जज्बा रहा तो मुश्किलों का हल भी निकलेगा,
जमीं बंजर हुई तो क्या वहीं से जल भी निकलेगा,
न मायूस हो न घबरा अंधेरों से मेरे साथी,
इन्हीं रातों के दामन से सुनहरा कल भी निकलेगा।
तुझे अगर यकीन नही तो आजमा के देख ले,
एक बार तू ज़रा मुस्कुरा के देख ले,
वो मिलेगा तुझको जो तूने कभी सोचा ना था,
एक बार मेरी तरफ अपने कदम बढ़ा के देख ले।
इन निगाहों में मन्ज़िले हैं,
सामने कठिन रास्ते हैं बहुत,
लेकिन मैं हर मुश्किल से उलझ गया,
और मैं सबसे आगे निकल गया।
जिंदगी में जो हम चाहते हैं,
वो आसानी से नहीं मिलता,
लेकिन जिंदगी का सच यह है कि,
हम भी वही चाहते हैं जो आसान नहीं होता।
आंधियों को जिद है जहां बिजलियां गिराने की,
मुझे भी जिद है, वही आशियां बसाने की,
हिम्मत और हौंसले बुलंद है, खड़ा हूं अभी गिरा नही हूं
अभी जंग बाकी है, और मै हारा भी नही हूं।
मुश्किलें दिलों के इरादों को आजमाएंगी,
आँखों के पर्दों को निगाहों से हटाएँगी,
गिरकर भी हम को संभलना होगा,
ये ठोकरें ही हमको चलना सिखाएंगी।
संघर्ष के मार्ग पर जो वीर चलता हैं,
वो ही इस संसार को बदलता हैं,
जिसने अंधकार, मुसीबत और ख़ुद से जंग जीती,
सूर्य बनकर वही निकलता हैं।
आसमाँ में मत ढूंढ़ अपने सपनों को,
सपनों के लिए तो जमीं जरुरी है,
सबकुछ मिल जाये तो दुनिया में क्या मजा,
जीने के लिए एक कमी भी जरुरी है।
जो हो गया उसे सोचा नहीं करते,
जो मिल गया उसे खोया नहीं करते,
हासिल उन्हे होती है सफलता,
जो वक्त और हालात पर रोया नहीं करते।
पानी में तस्वीर बना सकते हो तुम,
कलाम को शमशेर बना सकते हो तुम,
कायर हैं जो तकदीर पे रोते हैं,
जैसी चाहो वैसी तकदीर बना सकते हो तुम।
सोच को अपनी ले जाओ उस शिखर पर,
ताकि उसके आगे सितारे भी झुक जाएं,
ना बनाओ अपने सफर को किसी किश्ती का मोहताज,
चलो इस शान से कि तूफान भी रुक जाए।
हालात से टकराने का जज्बा रखो,
मुश्किलों में मुस्कुराने का जज्बा रखो,
अगर रूठ जाए तुम्हारे दिल का रेगिस्तान,
तो रेत की दीवार बनाने का जज्बा रखो।
आज बादलों ने फिर साजिश की,
जहाँ मेरा घर था वहीं बारिश की,
अगर फलक को जिद है बिजलियाँ गिराने की,
तो हमें भी जिद है वहीं पर आशियाँ बसाने की।