जल को बर्फ़ में बदलने में वक्त लगता है,
सूरज को निकलने में वक्त लगता है,
किस्मत को तो हम बदल नही सकते,
लेकिन अपने हौसलो से किस्मत बदलने में वक्त लगता है।
यही जज्बा रहा तो मुश्किलों का हल भी निकलेगा,
जमीं बंजर हुई तो क्या वहीं से जल भी निकलेगा,
न मायूस हो न घबरा अंधेरों से मेरे साथी,
इन्हीं रातों के दामन से सुनहरा कल भी निकलेगा।
अभी को असली मंजिल पाना बाकी है,
अभी तो इरादों का इम्तिहान बाकी है,
अभी तो तोली है मुट्ठी भर जमीन,
अभी तोलना आसमान बाकी है।
साथ नहीं रहने से रिश्ते नहीं टूटा करते,
वक्त की धुंध से लम्हे नहीं टूटा करते,
लोग कहते है मेरा सपना टूट गया,
टूटी नींद है सपने नहीं टुटा करते।
सोच को अपनी ले जाओ उस शिखर पर,
ताकि उसके आगे सितारे भी झुक जाएं,
ना बनाओ अपने सफर को किसी किश्ती का मोहताज,
चलो इस शान से कि तूफान भी रुक जाए।
समर में घाव खाता है उसी का मान होता है,
छिपा उस वेदना में अमर बलिदान होता है,
सृजन में चोट खाता है छेनी और हथौड़ी का,
वही पाषाण मंदिर में कहीं भगवान होता है।
लहरों को साहिल की दरकार नहीं होती,
हौसला बुलंद हो तो कोई दीवार नहीं होती,
जलते हुए चिराग ने आँधियों से ये कहा,
उजाला देने वालों की कभी हार नहीं होती।
संघर्ष के मार्ग पर जो वीर चलता हैं,
वो ही इस संसार को बदलता हैं,
जिसने अंधकार, मुसीबत और ख़ुद से जंग जीती,
सूर्य बनकर वही निकलता हैं।
आज बादलों ने फिर साजिश की,
जहाँ मेरा घर था वहीं बारिश की,
अगर फलक को जिद है बिजलियाँ गिराने की,
तो हमें भी जिद है वहीं पर आशियाँ बसाने की।
पानी में तस्वीर बना सकते हो तुम,
कलाम को शमशेर बना सकते हो तुम,
कायर हैं जो तकदीर पे रोते हैं,
जैसी चाहो वैसी तकदीर बना सकते हो तुम।
बेहतर से बेहतर की तलाश करो,
मिल जाए नदी तो समंदर की तलाश करो,
टूट जाते हैं शीशे पत्थरों की चोट से,
तोड़ दे पत्थर ऐसे शीशे की तलाश करो।
अपनी जमीन अपना नया आसमान पैदा कर,
मांगने से जिंदगी कब मिली है ऐ दोस्त,
खुद ही अपना नया इतिहास पैदा कर।
इन निगाहों में मन्ज़िले हैं,
सामने कठिन रास्ते हैं बहुत,
लेकिन मैं हर मुश्किल से उलझ गया,
और मैं सबसे आगे निकल गया।
उंगली पकड़ के जिसकी खड़े हो गये हम,
माँ बाप की दुआ से बड़े हो गये हम,
हम आँधियों से जूझ के हँसते ही रहे हैं,
फौलाद से भी ज्यादा कड़े हो गये हम।
मुश्किलों से भाग जाना आसान होता है,
हर पहलू जिंदगी का इम्तिहान होता है,
डरने वालों को मिलता नहीं कुछ जिंदगी में,
लड़ने वालों के कदमों में जहान होता है।
बुरे लोगों को भूल कर अच्छे लोगों की,
तलाश से कहीं बेहतर है की हम लोगो,
की बुरी बातें भूल जाएँ और,
उनकी अच्छी बातें तलाश करें।
जो हो गया उसे सोचा नहीं करते,
जो मिल गया उसे खोया नहीं करते,
हासिल उन्हे होती है सफलता,
जो वक्त और हालात पर रोया नहीं करते।
रो कर मुस्कुराने का मजा ही कुछ और है,
जिंदगी में कुछ खो कर पाने का मजा ही कुछ और है,
ज़िन्दगी में हार और जीत तो लगी ही रहती है,
लेकिन हार के जीतने का मजा ही कुछ और आता है।
जीत की ख़ातिर बस जूनून चाहिए,
जिसमें उबाल हो ऐसा खून चाहिए,
ये आसमां भी आ जाएगा ज़मीं पर,
बस इरादों में जीत की गूँज चाहिए।
नदी हो दरिया हो या हो भंवर भी,
छू भी न पाये ऊँची लहरों की हलचल,
समंदर भी न डुबो पाया मेरी कश्ती को,
मुझे किसी किनारे की जरूरत नहीं है।
खोकर पाने का मज़ा ही कुछ और है,
रोकर मुस्कुराने का मज़ा ही कुछ और है,
हार तो जिंदगी का हिस्सा है मेरे दोस्त,
हार के बाद जीतने का मजा ही कुछ और है।