पानी की बुँदे फूलों को भिगा रही है,
ठंडी लहरे एक ताजगी जगा रही है,
हो जाओ आप भी इसमे शामिल,
एक प्यारी सी सुबह आपको जगा रही है।
शुभ प्रभात!
सूरज निकलने का वक्त हो गया,
फूल खिलने का वक्त हो गया,
मीठी नींद से जागो मेरे दोस्त,
सपने हकीकत में लाने का वक्त हो गया।
शुभ प्रभात!
नयी सुबह खुशीयों का घेरा,
सूरज की किरणें, चिड़ियों का बसेरा,
ऊपर से आपका ये खिलता हुआ चेहरा,
मुबारक हो आपको ये सुहाना सवेरा।
शुभ प्रभात!
जीवन के हर मोड़ पर सुनहरी यादों को रहने दो,
जुबां पर हर वक्त मिठास रहने दो,
ये अंदाज है जीने का,
ना रहो उदास और ना किसी को रहने दो।
शुभ प्रभात!
आपकी नई सुबह इतनी सुहानी हो जाए,
आपके दुःखों की सारी बातें पुरानी हो जाएं,
दे जाए इतनी खुशियां ये दिन आपको,
कि खुशी भी आपकी मुस्कुराहट की दीवानी हो जाए।
शुभ प्रभात!
एक और सुबह जा रही जिंदगी की,
एक और दिन आ रहा जिंदगी का,
ये मत सोचो की कितने लम्हे है जिंदगी में,
ये सोचो कितनी जिंदगी है हर लम्हो में।
शुभ प्रभात!
रात की चांदनी से मांगता हूँ सवेरा,
फूलों की चमक से मांगता हूँ रंग गहरा,
दौलत शोहरत से ताल्लुख नहीं है मेरा,
मुझे चाहिए हर सुबह में बस साथ तेरा।
शुभ प्रभात!
ताजी हवा में फुलो की महक हो,
पहली किरण में चिड़ियो की चहक हो,
जब भी खोलो तुम अपनी पलके,
उन पलकों में बस खुशियों की झलक हो।
शुभ प्रभात!
सुबह-सुबह प्यारे से फूल खिल गए,
पंछी अपने सफर पर उड़ गये,
सूरज आते ही तारे भी छुप गये,
लो आप भी मीठी नींद से उठ गये।
शुभ प्रभात!
ऐ सुबह तुम जब भी आना,
सब के लिये खुशियाँ लाना,
हर चेहरे पर हँसी सजाना,
हर आँगन में फूल खिलाना।