होंठ कह नहीं सकते जो फसाना दिल का,
शायद नजर से वो बात हो जाए,
इस उम्मीद से करते है इंतजार रोज डे का,
इस गुलाब के जरिए मेरे प्यार का इजहार हो जाए।
हैप्पी रोझ डे!
गुलाबों से बढ़कर गुलाब दूँ आपको,
गुलाब की खुशबू से वार दूँ आपको,
हो हर लम्हे में खूबसूरत एहसास आपको
उतना हर पल में मैं प्यार दूँ आपको।
हैप्पी रोझ डे!
लफ्जों की तरह तुझे किताबों में मिलेंगे,
बन के महक तुझे गुलाबों में मिलेंगे,
खुद को कभी अकेला मत समझना,
हम तुझे तेरे दिल में या तेरे ख्यालों में मिलेंगे।
हैप्पी रोझ डे!
सात फरवरी को साथ तेरा पाने को,
दिल से तेरे दिल मिलाने को,
आया हूँ लेकर गुलाब तेरे बालों में सजाने को,
आ जा गले से लगा ले अपने इस दीवाने को।
हैप्पी रोझ डे!
बीते साल के बाद फिर से रोज डे आया है,
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया है,
जरा तुम आकर तो देखो एक बार,
तुम्हारे इंतजार में पुरे घर को सजाया है।
हैप्पी रोझ डे!
अगर कुछ बनना है तो गुलाब के फुल जैसे बनो,
क्यों की ये फुल एक ऐसा फुल है,
जो उसके हाथ मैं भी खुशबु छोड़ देता है,
जो उनको मसल कर फ़ेंक देता है।
हैप्पी रोझ डे!
मेरी जिंदगी का वो खूबसूरत गुलाब हो तुम,
जिसका लाल रंग दिल में भर देता है प्यार,
महक से जीवन हो जाता है गुलजार,
और सुंदरता है मेरी नींद का हर ख्वाब।
हैप्पी रोझ डे!
गुलाब की खूबसूरती भी तेरे सामने फीकी लगती है,
जब तेरे चेहरे पर मुस्कान खिल उठती है,
यूं ही मुस्कुराते रहना मेरे प्यार है तू ,
तेरी खुशियों से मेरी सांसे ओर भी तेज चलती है।
हैप्पी रोझ डे!
एक दिल मेरे दिल को ज़ख़्म दे गया,
ज़िन्दगी भर जीने की कसम दे गया,
लाखों फूलो में से एक गुलाब चुना हमने,
जो काँटों से भी गहरी चुभन दे गया।
हैप्पी रोझ डे!
बड़े ही चुपके से भेजा था
मेरे महबूब ने मुझे एक गुलाब,
कम्बख्त उसकी खुशबू ने
सारे शहर में हंगामा कर दिया।
प्यार के समुन्दर में डूबना चाहते है,
प्यार में कुछ खोते है तो कुछ पाते है,
प्यार तो एक गुलाब है जिसे सब तोडना चाहते है,
हम तो इस गुलाब को बस चूमना चाहते है।
हैप्पी रोझ डे!
पत्ती-पत्ती गुलाब बन जाती,
हर कली मेरा ख्वाब बन जाती,
अगर आप डाल देती अपनी महकदा नज़रे इन पर,
तो सुबह की ओस भी शराब बन जाती।
हैप्पी रोझ डे!
आपके होठों पर सदा खिलता गुलाब रहे,
खुदा ना करे आप कभी उदास रहें,
हम आपके पास चाहे रहें ना रहें,
आप जिन्हें चाहे वो सदा आपके पास रहे।
हैप्पी रोझ डे!
जिसको पा ना सके वो जनाब हो आप,
मेरी ज़िन्दगी का पहला ख्वाब हो आप,
लोग चाहे कुछ भी कहे आपको,
लेकिन मेरे लिए सुन्दर सा गुलाब हो आप।
हैप्पी रोझ डे!
कैसे भेजू मैं तुझे गुलाब,
तुम तो हो ही बहुत लाजवाब,
गुलाब तो फिर भी मुरझा जाते है,
लेकिन तुम्हारी आखों में आंसू कभी ना आते है।
हैप्पी रोझ डे!
तुम्हारी अदा का क्या जवाब दूँ,
तुम्हे क्या खूबसूरत सा उपहार दूँ,
कोई तुमसे प्यारा गुलाब होता तो लाते,
जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दू।
हैप्पी रोझ डे!
गुलाब तो टूट कर बिखर जाता है,
पर खुशबु हवा में बरकरार रहती है,
जाने वाले तो छोड़ कर चले जाते है,
पर एहसास तो दिलों में बरकरार रहते है।
हैप्पी रोझ डे!
आपके हाथो पे सदा खिलते गुलाब रहे,
खुदा ना करे आप कभी उदास रहे,
हम आपके पास चाहे रहे या ना रहे,
आप जिसे चाहते हो हमेसा आपके पास रहे।
हैप्पी रोझ डे!
इस चमन से जुदा हुआ एक गुलाब हूँ मैं,
खुद अपनी ही तबाही का जवाब हूँ मैं,
यूँ नजरे न फेर मुझसे ऐ मेरे सनम,
तेरी चाहतों में ही बर्बाद हुआ हूँ मैं।
हैप्पी रोझ डे!
मैने कब कहा की मुझे गुलाब दे,
या अपनी मोहब्बत से नवाज दे,
आज बहुत उदास है दिल मेरा,
गैर बन कर ही सही तू मुझे आवाज दे।