एक दिल मेरे दिल को ज़ख़्म दे गया,
ज़िन्दगी भर जीने की कसम दे गया,
लाखों फूलो में से एक गुलाब चुना हमने,
जो काँटों से भी गहरी चुभन दे गया।
हैप्पी रोझ डे!
बड़ी नाजुक से पली हो तुम,
तभी तो गुलाब सी खिली कली हो तुम,
जिससे मिलने को बेकरार है हम,
दिल मैं आने वाली खलबली हो तुम।
हैप्पी रोझ डे!
प्यार के समुन्दर में डूबना चाहते है,
प्यार में कुछ खोते है तो कुछ पाते है,
प्यार तो एक गुलाब है जिसे सब तोडना चाहते है,
हम तो इस गुलाब को बस चूमना चाहते है।
हैप्पी रोझ डे!
बीते साल के बाद फिर से रोज डे आया है,
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया है,
जरा तुम आकर तो देखो एक बार,
तुम्हारे इंतजार में पुरे घर को सजाया है।
हैप्पी रोझ डे!
प्यार के समंदर में सब डूबना चाहते है,
प्यार में कुछ खोते है तो कुछ पाते है,
प्यार तो एक गुलाब है जिसे सब तोड़ना चाहते है,
हम तो इस गुलाब को चूमना चाहते है।
हैप्पी रोझ डे!
आप मिलते नही Roj Roj,
आपकी याद आती है हर Roj,
हमने भेजा है Red Rose,
जो आपको हमारी याद दिलायेगा हर Roj,
हैप्पी रोझ डे!
अगर कुछ बनना है तो गुलाब के फुल जैसे बनो,
क्यों की ये फुल एक ऐसा फुल है,
जो उसके हाथ मैं भी खुशबु छोड़ देता है,
जो उनको मसल कर फ़ेंक देता है।
हैप्पी रोझ डे!
हर फूल आपको नए अरमान दे,
हमारी ये दुआ है तहे-दिल से,
अगर आपका एक आँसू भी निकले,
तो खुदा आपको दुगनी ख़ुशी दें।
हैप्पी रोझ डे!
आपके हाथो पे सदा खिलते गुलाब रहे,
खुदा ना करे आप कभी उदास रहे,
हम आपके पास चाहे रहे या ना रहे,
आप जिसे चाहते हो हमेसा आपके पास रहे।
हैप्पी रोझ डे!
सात फरवरी को साथ तेरा पाने को,
दिल से तेरे दिल मिलाने को,
आया हूँ लेकर गुलाब तेरे बालों में सजाने को,
आ जा गले से लगा ले अपने इस दीवाने को।
चेहरा आपका खिलता रहे गुलाब की तरह,
नाम आपका रोशन रहे आफताब की तरह,
ग़म में भी आप खिलते रहे फूलों की तरह,
अगर हम इस दुनिया में न रहें आज की तरह।
हैप्पी रोझ डे!
गुलाब तो टूट कर बिखर जाता है,
पर खुशबु हवा में बरकरार रहती है,
जाने वाले तो छोड़ कर चले जाते है,
पर एहसास तो दिलों में बरकरार रहते है।
हैप्पी रोझ डे!
मेरा हर ख्वाब आज हकीकत बन जाये,
जो हो बस तुम्हारे साथ ऐसी जिन्दगी बन जाये,
हम लाये लाखो में एक गुलाब तुम्हारे लिए,
और ये गुलाब मोहब्बत की शुरुआत बन जाये।
हैप्पी रोझ डे!
पत्ती-पत्ती गुलाब बन जाती,
हर कली मेरा ख्वाब बन जाती,
अगर आप डाल देती अपनी महकदा नज़रे इन पर,
तो सुबह की ओस भी शराब बन जाती।
हैप्पी रोझ डे!
गुलाब लाये है तेरे दीदार के लिए,
पर वो भी मुरझा गया तेरे नूर के आगे,
तू ऐसा खूबसूरत हिरा है,
की कोहिनूर भी सोचे तुझे पाने के लिए।
हैप्पी रोझ डे!
मोहब्बत का पैगाम भेजा है तुम्हे,
इसे महज एक फूल ना समझना,
मेरे हर एक अहसास को बयाँ करते है ये,
इन्हें प्यार से क़ुबूल करना।
हैप्पी रोझ डे!
फूलों जैसी लवों पर हँसी हो,
जीवन में आपको कोई न बेबसी हो,
ले आये हम प्यारा सा गुलाब आपके लिए,
बस इस गुलाब जैसी प्यारी आपकी जिंदगी हो।
हैप्पी रोझ डे!
मेरे आंसुओं में तू ही छुपी रहती है,
रोज आंखों से तू ही तो बरसती है,
किसी गुलाब की बेटी है तू शायद,
इसलिए मुरझाकर भी महकती है।
हैप्पी रोझ डे!
कैसे भेजू मैं तुझे गुलाब,
तुम तो हो ही बहुत लाजवाब,
गुलाब तो फिर भी मुरझा जाते है,
लेकिन तुम्हारी आखों में आंसू कभी ना आते है।
हैप्पी रोझ डे!
मेरी जिंदगी का वो खूबसूरत गुलाब हो तुम,
जिसका लाल रंग दिल में भर देता है प्यार,
महक से जीवन हो जाता है गुलजार,
और सुंदरता है मेरी नींद का हर ख्वाब।