लफ्जों की तरह तुझे किताबों में मिलेंगे,
बन के महक तुझे गुलाबों में मिलेंगे,
खुद को कभी अकेला मत समझना,
हम तुझे तेरे दिल में या तेरे ख्यालों में मिलेंगे।
बड़ी नाजुक से पली हो तुम,
तभी तो गुलाब सी खिली कली हो तुम,
जिससे मिलने को बेकरार है हम,
दिल मैं आने वाली खलबली हो तुम।
हैप्पी रोझ डे!
एक दिल मेरे दिल को ज़ख़्म दे गया,
ज़िन्दगी भर जीने की कसम दे गया,
लाखों फूलो में से एक गुलाब चुना हमने,
जो काँटों से भी गहरी चुभन दे गया।
हैप्पी रोझ डे!
गुलाब तो टूट कर बिखर जाता है,
पर खुशबु हवा में बरकरार रहती है,
जाने वाले तो छोड़ कर चले जाते है,
पर एहसास तो दिलों में बरकरार रहते है।
हैप्पी रोझ डे!
मेरा हर ख्वाब आज हकीकत बन जाये,
जो हो बस तुम्हारे साथ ऐसी जिन्दगी बन जाये,
हम लाये लाखो में एक गुलाब तुम्हारे लिए,
और ये गुलाब मोहब्बत की शुरुआत बन जाये।
हैप्पी रोझ डे!
बड़े ही चुपके से भेजा था
मेरे महबूब ने मुझे एक गुलाब,
कम्बख्त उसकी खुशबू ने
सारे शहर में हंगामा कर दिया।
हैप्पी रोझ डे!
तुम्हारी अदा का क्या जवाब दूँ,
तुम्हे क्या खूबसूरत सा उपहार दूँ,
कोई तुमसे प्यारा गुलाब होता तो लाते,
जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दू।
हैप्पी रोझ डे!
बीते साल के बाद फिर से रोज़ डे आया है,
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया है,
जरा तुम आकर तो देखो,
तुम्हारे इंतजार में पूरे घर को सजाया है।
हैप्पी रोझ डे!
फूलों जैसी लवों पर हँसी हो,
जीवन में आपको कोई न बेबसी हो,
ले आये हम प्यारा सा गुलाब आपके लिए,
बस इस गुलाब जैसी प्यारी आपकी जिंदगी हो।
हैप्पी रोझ डे!
गुलाब लाये है तेरे दीदार के लिए,
पर वो भी मुरझा गया तेरे नूर के आगे,
तू ऐसा खूबसूरत हिरा है,
की कोहिनूर भी सोचे तुझे पाने के लिए।
हैप्पी रोझ डे!
चेहरा आपका खिलता रहे गुलाब की तरह,
नाम आपका रोशन रहे आफताब की तरह,
ग़म में भी आप खिलते रहे फूलों की तरह,
अगर हम इस दुनिया में न रहें आज की तरह।