फूल खिलते रहे जिंदगी की राह में,
हँसी चमकती रहे आपकी निगाह में,
कदम कदम पर मिले ख़ुशी की बहार आपको,
दिल देता है यही दुआ बार बार आपको।
हैप्पी रोझ डे!
प्यार के समुन्दर में डूबना चाहते है,
प्यार में कुछ खोते है तो कुछ पाते है,
प्यार तो एक गुलाब है जिसे सब तोडना चाहते है,
हम तो इस गुलाब को बस चूमना चाहते है।
हैप्पी रोझ डे!
पत्ती-पत्ती गुलाब बन जाती,
हर कली मेरा ख्वाब बन जाती,
अगर आप डाल देती अपनी महकदा नज़रे इन पर,
तो सुबह की ओस भी शराब बन जाती।
हैप्पी रोझ डे!
मेरा हर ख्वाब आज हकीकत बन जाये,
जो हो बस तुम्हारे साथ ऐसी जिन्दगी बन जाये,
हम लाये लाखो में एक गुलाब तुम्हारे लिए,
और ये गुलाब मोहब्बत की शुरुआत बन जाये।
हैप्पी रोझ डे!
आपके होठों पर सदा खिलता गुलाब रहे,
खुदा ना करे आप कभी उदास रहें,
हम आपके पास चाहे रहें ना रहें,
आप जिन्हें चाहे वो सदा आपके पास रहे।
हैप्पी रोझ डे!
गुलाब लाये है तेरे दीदार के लिए,
पर वो भी मुरझा गया तेरे नूर के आगे,
तू ऐसा खूबसूरत हिरा है,
की कोहिनूर भी सोचे तुझे पाने के लिए।
हैप्पी रोझ डे!
प्यार की अनोखी सूरत हो तुम,
जिन्दगी की सबसे ज्यादा ज़रूरत हो तुम,
गुलाब तो खूबसूरत होती ही है,
गुलाब से भी ज्यादा खूबसूरत हो तुम।
हैप्पी रोझ डे!
मेरी जिंदगी का वो खूबसूरत गुलाब हो तुम,
जिसका लाल रंग दिल में भर देता है प्यार,
महक से जीवन हो जाता है गुलजार,
और सुंदरता है मेरी नींद का हर ख्वाब।
हैप्पी रोझ डे!
रोज रोज, रोज डे आये,
फिर तू मेरे लिए गुलाब लाये,
इसी बहाने से सही,
तू मुझसे मिलने तो आये।
हैप्पी रोझ डे!
आदत अलग है हमारी दुनिया वालों से,
कम दोस्त रखते है मगर लाजवाब रखते है,
क्योंकि बेशक हमारी माला छोटी है,
पर फूल उसमें सारे गुलाब के रखते है।
अगर छू जाए मेरे गुलाब आपको तो एतबार जरूर करना,
हम से न सही पर गुलाब से हमारे प्यार जरूर करना,
हम तो समझ जाएंगे आपकी आंखों को भी,
बस अपनी आंखों से इजहार जरूर करना।
हैप्पी रोझ डे!
गुलाब तो टूट कर बिखर जाता है,
पर खुशबु हवा में बरकरार रहती है,
जाने वाले तो छोड़ कर चले जाते है,
पर एहसास तो दिलों में बरकरार रहते है।
हैप्पी रोझ डे!
जिसको पा ना सके वो जनाब हो आप,
मेरी ज़िन्दगी का पहला ख्वाब हो आप,
लोग चाहे कुछ भी कहे आपको,
लेकिन मेरे लिए सुन्दर सा गुलाब हो आप।
हैप्पी रोझ डे!
मेरे आंसुओं में तू ही छुपी रहती है,
रोज आंखों से तू ही तो बरसती है,
किसी गुलाब की बेटी है तू शायद,
इसलिए मुरझाकर भी महकती है।
हैप्पी रोझ डे!
अगर कुछ बनना है तो गुलाब के फुल जैसे बनो,
क्यों की ये फुल एक ऐसा फुल है,
जो उसके हाथ मैं भी खुशबु छोड़ देता है,
जो उनको मसल कर फ़ेंक देता है।
हैप्पी रोझ डे!
होंठ कह नहीं सकते जो फसाना दिल का,
शायद नजर से वो बात हो जाए,
इस उम्मीद से करते है इंतजार रोज डे का,
इस गुलाब के जरिए मेरे प्यार का इजहार हो जाए।
हैप्पी रोझ डे!
बड़ी नाजुक से पली हो तुम,
तभी तो गुलाब सी खिली कली हो तुम,
जिससे मिलने को बेकरार है हम,
दिल मैं आने वाली खलबली हो तुम।
हैप्पी रोझ डे!
ए-हसीन मेरा गुलाब कबूल कर
हम तुमसे बेइन्तहा इश्क़ करते है,
अब नहीं इस ज़माने की परवाह हमको
हम अपने इश्क़ का इज़हार करते है,
तुम नादानी समझो या शैतानी हमारी
हम हर घडी तेरा इंतजार करते है।
हैप्पी रोझ डे!
आपके हाथो पे सदा खिलते गुलाब रहे,
खुदा ना करे आप कभी उदास रहे,
हम आपके पास चाहे रहे या ना रहे,
आप जिसे चाहते हो हमेसा आपके पास रहे।
हैप्पी रोझ डे!
चेहरा आपका खिलता रहे गुलाब की तरह,
नाम आपका रोशन रहे आफताब की तरह,
ग़म में भी आप खिलते रहे फूलों की तरह,
अगर हम इस दुनिया में न रहें आज की तरह।