प्यार के समंदर में सब डूबना चाहते है,
प्यार में कुछ खोते है तो कुछ पाते है,
प्यार तो एक गुलाब है जिसे सब तोड़ना चाहते है,
हम तो इस गुलाब को चूमना चाहते है।
इस चमन से जुदा हुआ एक गुलाब हूँ मैं,
खुद अपनी ही तबाही का जवाब हूँ मैं,
यूँ नजरे न फेर मुझसे ऐ मेरे सनम,
तेरी चाहतों में ही बर्बाद हुआ हूँ मैं।
हैप्पी रोझ डे!
चला जा रे SMS बन के गुलाब,
होगा सच्चा Relation तो आयेगा जवाब,
अगर ना आये तो मत होना उदास,
बस समझ लेना की,
मेरे लिये वक्त नहीं था उनके पास।
हैप्पी रोझ डे!
गुलाब की खूबसूरती भी फिकी सी लगती है,
जब तेरे चेहरे पर मुस्कान खिल उठती है,
यूं ही मुस्कुराते रहना मेरे प्यार तू,
तेरी खुशियों से मेरी सांसें जी उठती है।
हैप्पी रोझ डे!
फूल खिलते रहे जिंदगी की राह में,
हँसी चमकती रहे आपकी निगाह में,
कदम कदम पर मिले ख़ुशी की बहार आपको,
दिल देता है यही दुआ बार बार आपको।
हैप्पी रोझ डे!
एक दिल मेरे दिल को ज़ख़्म दे गया,
ज़िन्दगी भर जीने की कसम दे गया,
लाखों फूलो में से एक गुलाब चुना हमने,
जो काँटों से भी गहरी चुभन दे गया।
हैप्पी रोझ डे!
अगर कुछ बनना है तो गुलाब के फुल जैसे बनो,
क्यों की ये फुल एक ऐसा फुल है,
जो उसके हाथ मैं भी खुशबु छोड़ देता है,
जो उनको मसल कर फ़ेंक देता है।
हैप्पी रोझ डे!
प्यार की अनोखी सूरत हो तुम,
जिन्दगी की सबसे ज्यादा ज़रूरत हो तुम,
गुलाब तो खूबसूरत होती ही है,
गुलाब से भी ज्यादा खूबसूरत हो तुम।
हैप्पी रोझ डे!
बड़ी नाजुक से पली हो तुम,
तभी तो गुलाब सी खिली कली हो तुम,
जिससे मिलने को बेकरार है हम,
दिल मैं आने वाली खलबली हो तुम।
हैप्पी रोझ डे!
गुलाब लाये है तेरे दीदार के लिए,
पर वो भी मुरझा गया तेरे नूर के आगे,
तू ऐसा खूबसूरत हिरा है,
की कोहिनूर भी सोचे तुझे पाने के लिए।
हैप्पी रोझ डे!
फूलों जैसी लवों पर हँसी हो,
जीवन में आपको कोई न बेबसी हो,
ले आये हम प्यारा सा गुलाब आपके लिए,
बस इस गुलाब जैसी प्यारी आपकी जिंदगी हो।
मेरी दीवानगी की कोई हद नहीं,
तेरी सूरत के सिवा मुझे कुछ याद नहीं,
मैं गुलाब हूं तेरे गुलशन का,
तेरे सिवा मुझपर किसी का हक नहीं।
हैप्पी रोझ डे!
ए-हसीन मेरा गुलाब कबूल कर
हम तुमसे बेइन्तहा इश्क़ करते है,
अब नहीं इस ज़माने की परवाह हमको
हम अपने इश्क़ का इज़हार करते है,
तुम नादानी समझो या शैतानी हमारी
हम हर घडी तेरा इंतजार करते है।
हैप्पी रोझ डे!
मेरे आंसुओं में तू ही छुपी रहती है,
रोज आंखों से तू ही तो बरसती है,
किसी गुलाब की बेटी है तू शायद,
इसलिए मुरझाकर भी महकती है।
हैप्पी रोझ डे!
होंठ कह नहीं सकते जो फसाना दिल का,
शायद नजर से वो बात हो जाए,
इस उम्मीद से करते है इंतजार रोज डे का,
इस गुलाब के जरिए मेरे प्यार का इजहार हो जाए।
हैप्पी रोझ डे!
पत्ती-पत्ती गुलाब बन जाती,
हर कली मेरा ख्वाब बन जाती,
अगर आप डाल देती अपनी महकदा नज़रे इन पर,
तो सुबह की ओस भी शराब बन जाती।
हैप्पी रोझ डे!
मोहब्बत का पैगाम भेजा है तुम्हे,
इसे महज एक फूल ना समझना,
मेरे हर एक अहसास को बयाँ करते है ये,
इन्हें प्यार से क़ुबूल करना।
हैप्पी रोझ डे!
गुलाब तो टूट कर बिखर जाता है,
पर खुशबु हवा में बरकरार रहती है,
जाने वाले तो छोड़ कर चले जाते है,
पर एहसास तो दिलों में बरकरार रहते है।
हैप्पी रोझ डे!
बीते साल के बाद फिर से रोज़ डे आया है,
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया है,
जरा तुम आकर तो देखो,
तुम्हारे इंतजार में पूरे घर को सजाया है।
हैप्पी रोझ डे!
तुम्हारी अदा का क्या जवाब दूँ,
तुम्हे क्या खूबसूरत सा उपहार दूँ,
कोई तुमसे प्यारा गुलाब होता तो लाते,
जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दू।
हैप्पी रोझ डे!
बीते साल के बाद फिर से रोज डे आया है,
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया है,
जरा तुम आकर तो देखो एक बार,
तुम्हारे इंतजार में पुरे घर को सजाया है।