गुलाब की खूबसूरती भी फिकी सी लगती है,
जब तेरे चेहरे पर मुस्कान खिल उठती है,
यूं ही मुस्कुराते रहना मेरे प्यार तू,
तेरी खुशियों से मेरी सांसें जी उठती है।
आप मिलते नही Roj Roj,
आपकी याद आती है हर Roj,
हमने भेजा है Red Rose,
जो आपको हमारी याद दिलायेगा हर Roj,
हैप्पी रोझ डे!
आपके हाथो पे सदा खिलते गुलाब रहे,
खुदा ना करे आप कभी उदास रहे,
हम आपके पास चाहे रहे या ना रहे,
आप जिसे चाहते हो हमेसा आपके पास रहे।
हैप्पी रोझ डे!
फूल खिलते रहे जिंदगी की राह में,
हँसी चमकती रहे आपकी निगाह में,
कदम कदम पर मिले ख़ुशी की बहार आपको,
दिल देता है यही दुआ बार बार आपको।
हैप्पी रोझ डे!
आपके होठों पर सदा खिलता गुलाब रहे,
खुदा ना करे आप कभी उदास रहें,
हम आपके पास चाहे रहें ना रहें,
आप जिन्हें चाहे वो सदा आपके पास रहे।
हैप्पी रोझ डे!
लफ्जों की तरह तुझे किताबों में मिलेंगे,
बन के महक तुझे गुलाबों में मिलेंगे,
खुद को कभी अकेला मत समझना,
हम तुझे तेरे दिल में या तेरे ख्यालों में मिलेंगे।
हैप्पी रोझ डे!
आदत अलग है हमारी दुनिया वालों से,
कम दोस्त रखते है मगर लाजवाब रखते है,
क्योंकि बेशक हमारी माला छोटी है,
पर फूल उसमें सारे गुलाब के रखते है।
हैप्पी रोझ डे!
हर फूल आपको नए अरमान दे,
हमारी ये दुआ है तहे-दिल से,
अगर आपका एक आँसू भी निकले,
तो खुदा आपको दुगनी ख़ुशी दें।
हैप्पी रोझ डे!
सात फरवरी को साथ तेरा पाने को,
दिल से तेरे दिल मिलाने को,
आया हूँ लेकर गुलाब तेरे बालों में सजाने को,
आ जा गले से लगा ले अपने इस दीवाने को।
हैप्पी रोझ डे!
प्यार के समंदर में सब डूबना चाहते है,
प्यार में कुछ खोते है तो कुछ पाते है,
प्यार तो एक गुलाब है जिसे सब तोड़ना चाहते है,
हम तो इस गुलाब को चूमना चाहते है।
हैप्पी रोझ डे!
जिसको पा ना सके वो जनाब हो आप,
मेरी ज़िन्दगी का पहला ख्वाब हो आप,
लोग चाहे कुछ भी कहे आपको,
लेकिन मेरे लिए सुन्दर सा गुलाब हो आप।
पत्ती-पत्ती गुलाब बन जाती,
हर कली मेरा ख्वाब बन जाती,
अगर आप डाल देती अपनी महकदा नज़रे इन पर,
तो सुबह की ओस भी शराब बन जाती।
हैप्पी रोझ डे!
बड़ी नाजुक से पली हो तुम,
तभी तो गुलाब सी खिली कली हो तुम,
जिससे मिलने को बेकरार है हम,
दिल मैं आने वाली खलबली हो तुम।
हैप्पी रोझ डे!
आप मिलते नही Roz Roz,
आपकी याद आती है हर Roz,
हमने भेजा है Red Roz,
जो आपको हमारी याद दिलायेगा हर Roz।
हैप्पी रोझ डे!
तुम्हारी अदा का क्या जवाब दूँ,
तुम्हे क्या खूबसूरत सा उपहार दूँ,
कोई तुमसे प्यारा गुलाब होता तो लाते,
जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दू।
हैप्पी रोझ डे!
प्यार के समुन्दर में डूबना चाहते है,
प्यार में कुछ खोते है तो कुछ पाते है,
प्यार तो एक गुलाब है जिसे सब तोडना चाहते है,
हम तो इस गुलाब को बस चूमना चाहते है।
हैप्पी रोझ डे!
अगर कुछ बनना है तो गुलाब के फुल जैसे बनो,
क्यों की ये फुल एक ऐसा फुल है,
जो उसके हाथ मैं भी खुशबु छोड़ देता है,
जो उनको मसल कर फ़ेंक देता है।
हैप्पी रोझ डे!
मेरे आंसुओं में तू ही छुपी रहती है,
रोज आंखों से तू ही तो बरसती है,
किसी गुलाब की बेटी है तू शायद,
इसलिए मुरझाकर भी महकती है।
हैप्पी रोझ डे!
इस चमन से जुदा हुआ एक गुलाब हूँ मैं,
खुद अपनी ही तबाही का जवाब हूँ मैं,
यूँ नजरे न फेर मुझसे ऐ मेरे सनम,
तेरी चाहतों में ही बर्बाद हुआ हूँ मैं।
हैप्पी रोझ डे!
बीते साल के बाद फिर से रोज़ डे आया है,
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया है,
जरा तुम आकर तो देखो,
तुम्हारे इंतजार में पूरे घर को सजाया है।
हैप्पी रोझ डे!
गुलाब की खूबसूरती भी फिकी सी लगती है,
जब तेरे चेहरे पर मुस्कान खिल उठती है,
यूं ही मुस्कुराते रहना मेरे प्यार तू,
तेरी खुशियों से मेरी सांसें जी उठती है।