पता नहीं अब बदल गया हूँ या संभल गया हूँ,
अंदर चाहे जितना भी दर्द हो लेकिन,
अब ऊपर से मुस्कुराना सिख गया हूँ।
गम कितना है हम आपको दिखा नही सकते,
ज़ख्म कितने गहरे है ये आपको दिखा नही सकते,
जरा हमारे इन आंसुओ को तो देख लो,
ये आंसू गिरे है कितने ये हम आपको गिना नही सकते।
दिन हुआ है तो रात भी होगी,
मत हो उदास कभी तो उससे बात होगी,
वो प्यार है ही इतना प्यारा,
ज़िंदगी रही तो फिर मुलाकात होगी।
दिल टूटेगा तो फरियाद करोगे तुम भी,
हम ना रहे तो हमें याद करोगे तुम भी,
आज कहते हो हमारे पास वक्त नहीं पर,
देखना एक दिन मेरे लिए वक़्त बर्बाद करोगे तुम भी।
तेरे लिए हर सपने नीलाम कर दिया मैंने,
तुम्हें खास बनाने के लिए खुद को आम करदिया मैंने,
तुम कहती थी की मैं खुश रहना चाहती हूँ,
इसलिए मेरे खुशियों को तेरे नाम कर दिया मैंने।
एक तेरा नाम लेते ही,
मेरे चेहरें पर मुस्कान आ जाती है,
मै कितनी ही मुश्किल में क्यों ना हूं,
मेरी जान में जान आ जाती है।
हम आँखों से रोये और होठो से मुस्कुरा बैठे,
हमतो बस यूँ ही उनसे इश्क-ए-वफ़ा निभा बैठे,
वो हमे अपनी मोहब्बत का एक लम्हा भी न दे सके,
और हम उन पर यूही हर लम्हा लूट बैठे।
कितना दर्द है इस दिल में लेकिन हमे एहसास नही है,
कोई था बहुत खास पर वो पास नही है,
हमे उनके इश्क ने बर्बाद कर दिया,
और वो कहते है की ये कोई प्यार नही है।
मुझे जिसने जिंदगी दी वो मरता छोड़ गये,
जिससे मोहब्बत की वो मुझे तन्हा छोड़ गये,
थी हमे भी एक हमसफ़र साथ चलने को जरूरत,
जो साथ चलने बाले थे वही रास्ता मोड़ गये।
उन्हें डर है दिल टूटने का,
उनको वफादार अपना दिलबर नहीं लगता,
और हम इतना टूटे हैं की,
अब हमे टूटने से डर नहीं लगता।
तेरी यादों में जो गुजरे हैं,
उस पल का मैं हिसाब क्या लिखूं,
तुम सब जानकर भी पूछते हो क्या है ये,
अब तू ही बता इस सवाल का मैं जवाब क्या लिखूं।
दूर हो कर भी तुझसे चाहत थी,
क्योंकि तू तो दिल की आहट थी,
पर जब तूने धोखे की बात कही,
जो मेरे दिल ने नहीं सही।
अब तेरे बिना जिंदगी गुजारना मुमकिन नही है,
अब और किसी को इस दिल में बसाना आसान नही है,
हम तो तेरे पास चले आये होते सब कुछ छोड़ कर,
लेकिन तूने कभी हमे दिल से पुकारा ही नही है।
तुझे भुलाना अब मेरे बस में नहीं,
चाहो तो कोई और सजा दे दो,
अगर फिर भी नहीं मानता हो तुम्हारा दिल,
तो मुझे मरने की दुआ दे दो।
कब तूने चाहा था कि तुझको इतना प्यार करू,
कि तेरी यादों में रो रो कर हर बार मरू,
मैं खुद ही जिम्मेदार हूँ इसका,
क्यूँ इसको तेरे नाम करूं।
बात में आँसू बहाया नही करते,
हर बात दिल की हर किसी से कहा नही करते,
ये नमक का शहर है इसलिए,
ज़ख्म यहाँ हर किसी को दिखाया नहीं करते।
कभी किसी को इतना सताया न करो,
अपने लिए कभी किसी को तड़पाया न करो,
जिनकी साँसे ही वो आपके लफ़्ज़ हो,
उन लफ़्ज़ों के लिए कभी किसी को तरसाया ना करो।
रस्मों रिवाज की जो परवाह करते हैं,
प्यार में वो लोग गुनाह करते हैं,
इश्क वो जुनून है जिसमें दीवाने,
अपनी खुशी से खुद को तबाह करते हैं।
तुम पत्थर दिल मानोगे मुझको,
पर मैं भी यादों में खोया था,
अपनों की यादों में अक्सर,
मैं भी रातों में रोया था।
एक वक़्त तेरी जिंदगी में आएगा जरूर,
जब तुझे तेरे गलत होने का एहसास होगा,
मैं भी देखना चाहता हूँ कोई तेरे साथ,
इतना गलत करे तो तुझे कैसे बर्दाश्त होगा।