तेरे लिए हर सपने नीलाम कर दिया मैंने,
तुम्हें खास बनाने के लिए खुद को आम करदिया मैंने,
तुम कहती थी की मैं खुश रहना चाहती हूँ,
इसलिए मेरे खुशियों को तेरे नाम कर दिया मैंने।
अब बदन पर कपड़े ढीले ढीले है,
सर पर बाल भारी भारी हैं,
दाढ़ी भी मैं कटवाता नहीं क्यूंकि,
ये तेरी बेवफाई की आखरी निशानी है।
गम कितना है हम आपको दिखा नही सकते,
ज़ख्म कितने गहरे है ये आपको दिखा नही सकते,
जरा हमारे इन आंसुओ को तो देख लो,
ये आंसू गिरे है कितने ये हम आपको गिना नही सकते।
हम आँखों से रोये और होठो से मुस्कुरा बैठे,
हमतो बस यूँ ही उनसे इश्क-ए-वफ़ा निभा बैठे,
वो हमे अपनी मोहब्बत का एक लम्हा भी न दे सके,
और हम उन पर यूही हर लम्हा लूट बैठे।
हम तो ख्वाबो की दुनिया में बस खोते गये,
होश तो था फिर भी मदहोश होते गये,
उस अजनबी चेहरे में क्या जादू था,
न जाने क्यों हम उसके होते गये।
उन्हें डर है दिल टूटने का,
उनको वफादार अपना दिलबर नहीं लगता,
और हम इतना टूटे हैं की,
अब हमे टूटने से डर नहीं लगता।
तेरे लिए हर सपने नीलाम कर दिया मैंने,
तुम्हें खास बनाने के लिए खुद को आम करदिया मैंने,
तुम कहती थी की मैं खुश रहना चाहती हूँ,
इसलिए मेरे खुशियों को तेरे नाम कर दिया मैंने।
हम दुआएं करेंगे उनपर एतवार रखना,
न कोई हमसे कभी सवाल रखना,
अगर दिल में चाहत हो हमे खुश देखने की,
बस हमेशा मुश्कुराना और अपना ख्याल रखना।
ये वक्त बदला और बदली ये कहानी है,
अब तो बस मेरे पास उनकी यादें पुरानी है,
न लगाओ मेरे ज़ख्मो पे मरहम,
क्योंकि मेरे पास बस उनकी यही बची हुई निशानी है।
कितना दर्द है इस दिल में लेकिन हमे एहसास नही है,
कोई था बहुत खास पर वो पास नही है,
हमे उनके इश्क ने बर्बाद कर दिया,
और वो कहते है की ये कोई प्यार नही है।
जिंदगी की हक़ीकत सिर्फ इतनी होती है,
जब जागता है इंसान तो किस्मत सोती है,
इंसान जिस पर अपना हक़ खुद से ज्यादा समझता है,
वो अमानत अक्सर किसी और की होती है।
कब तूने चाहा था कि तुझको इतना प्यार करू,
कि तेरी यादों में रो रो कर हर बार मरू,
मैं खुद ही जिम्मेदार हूँ इसका,
क्यूँ इसको तेरे नाम करूं।
रस्मों रिवाज की जो परवाह करते हैं,
प्यार में वो लोग गुनाह करते हैं,
इश्क वो जुनून है जिसमें दीवाने,
अपनी खुशी से खुद को तबाह करते हैं।
कभी किसी को इतना सताया न करो,
अपने लिए कभी किसी को तड़पाया न करो,
जिनकी साँसे ही वो आपके लफ़्ज़ हो,
उन लफ़्ज़ों के लिए कभी किसी को तरसाया ना करो।
अब मोहब्बत नही रही इस जमाने में,
क्योंकि लोग अब मोहब्बत नही,
मज़ाक किया करते है इस जमाने में।
प्यार वो नहीं जिसमे जीत या हार हो,
प्यार वो नहीं जिसमें इनकार हो,
असली प्यार तो वो है जिसमे,
मिलने की उम्मीद ना हो फिर भी इंतजार हो।
सब मालूम था सब खबर थी,
फिर भी सब बिन कहे सह गए,
तेरे प्यार में इस कदर पड़े कि,
तैरना आता था फिर भी इश्क़ की दरिया में बह गए।
हम अगर खो गये तो कभी न पा सकोगे,
हम वहाँ चले जायेंगे जहाँ कभी नही आ सकोगे
जिस दिन मेरी मोहब्बत का एहसास हो गया तुम्हे,
पछताओगे, क्योंकि हम वहाँ चले जायेंगे जहाँ से फिर न बुला सकोगे।
बिना देखे तेरी तस्वीर बना सकता हूँ,
बिना मिले तेरा हाल बता सकता हूँ,
अरे मेरी मोहब्बत में इतनी ताकत है की,
तेरे आंख के आंसू अपने आंख से निकल सकता हूँ।
जो पल बीत गये वो वापस आ नही सकते,
सूखे फूलो को वापस खिला नही सकते,
कभी ऐसा लगता है वो हमे भूल गये होंगे,
पर ये दिल कहता है वो हमे कभी भुला नही सकते।
शादी के वादे तो कर लिए थे एक दूसरे से,
पर मैं तेरी मांग में अपने नाम का सिंदूर सजा ना सका,
तुझे पा तो लिया था मैंने, पर तुझे अपना बना ना सका।