अब तेरे बिना जिंदगी गुजारना मुमकिन नही है,
अब और किसी को इस दिल में बसाना आसान नही है,
हम तो तेरे पास चले आये होते सब कुछ छोड़ कर,
लेकिन तूने कभी हमे दिल से पुकारा ही नही है।
पता नहीं अब बदल गया हूँ या संभल गया हूँ,
अंदर चाहे जितना भी दर्द हो लेकिन,
अब ऊपर से मुस्कुराना सिख गया हूँ।
प्यार हर किसी को जीना सिखा देता है,
वफ़ा के नाम पर मरना सिखा देता है,
प्यार नही किया तो करके देखो,
ये हर दर्द सहना सिखा देता है।
जो पल बीत गये वो वापस आ नही सकते,
सूखे फूलो को वापस खिला नही सकते,
कभी ऐसा लगता है वो हमे भूल गये होंगे,
पर ये दिल कहता है वो हमे कभी भुला नही सकते।
कभी किसी को इतना सताया न करो,
अपने लिए कभी किसी को तड़पाया न करो,
जिनकी साँसे ही वो आपके लफ़्ज़ हो,
उन लफ़्ज़ों के लिए कभी किसी को तरसाया ना करो।
कब तूने चाहा था कि तुझको इतना प्यार करू,
कि तेरी यादों में रो रो कर हर बार मरू,
मैं खुद ही जिम्मेदार हूँ इसका,
क्यूँ इसको तेरे नाम करूं।
प्यार वो नहीं जिसमे जीत या हार हो,
प्यार वो नहीं जिसमें इनकार हो,
असली प्यार तो वो है जिसमे,
मिलने की उम्मीद ना हो फिर भी इंतजार हो।
हम तो ख्वाबो की दुनिया में बस खोते गये,
होश तो था फिर भी मदहोश होते गये,
उस अजनबी चेहरे में क्या जादू था,
न जाने क्यों हम उसके होते गये।
इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा,
यादें कटती हैं ले लेकर नाम तेरा,
मुद्दत से बैठे हैं ये आस पाले कि,
आज आयेगा कोई पैगाम तेरा।
जिंदगी की हक़ीकत सिर्फ इतनी होती है,
जब जागता है इंसान तो किस्मत सोती है,
इंसान जिस पर अपना हक़ खुद से ज्यादा समझता है,
वो अमानत अक्सर किसी और की होती है।
बिन बात के ही रूठने की आदत है,
किसी अपने का साथ पाने की चाहत है,
आप खुश रहें, मेरा क्या है मैं तो आईना हूँ,
मुझे तो टूटने की आदत है।
एक तेरा नाम लेते ही,
मेरे चेहरें पर मुस्कान आ जाती है,
मै कितनी ही मुश्किल में क्यों ना हूं,
मेरी जान में जान आ जाती है।
इन आंखो मे आंसू आये न होते,
पीछे मुड़ कर मुस्कुराये न होते,
उनके जाने के बाद यही गम रहेगा,
के काश वो हमारी जिंदगी में आये न होते।
हमारी चाहत ने उस बेवफा को ख़ुशी दे दी,
और उस वेबफा ने बदले में ख़ामोशी दे दी,
मांगी तो उस रब से दुआ मरने की थी,
लेकिन उसने भी हमे तड़पने के लिए जिंदगी दे दी।
जब तक दर्द न हो किसी के आंसू आया नही करते,
बिना वजह किसी का दिल दुखाया नही करते,
ये बात सुन लो कान खोल कर,
किसी के सपने तोड़ कर अपने सपने सजाया नही करते।
शादी के वादे तो कर लिए थे एक दूसरे से,
पर मैं तेरी मांग में अपने नाम का सिंदूर सजा ना सका,
तुझे पा तो लिया था मैंने, पर तुझे अपना बना ना सका।
तेरे लिए हर सपने नीलाम कर दिया मैंने,
तुम्हें खास बनाने के लिए खुद को आम करदिया मैंने,
तुम कहती थी की मैं खुश रहना चाहती हूँ,
इसलिए मेरे खुशियों को तेरे नाम कर दिया मैंने।
लफ़्ज़ों की बातें बहुत हो गई,
अब कुछ दिल की बात कहते हैं,
अब भले ही करलें नफरत मुझसे,
मगर हम तो आपसे बेइंतेहा प्यार करते हैं।
मुझे जिसने जिंदगी दी वो मरता छोड़ गये,
जिससे मोहब्बत की वो मुझे तन्हा छोड़ गये,
थी हमे भी एक हमसफ़र साथ चलने को जरूरत,
जो साथ चलने बाले थे वही रास्ता मोड़ गये।
दूर हो कर भी तुझसे चाहत थी,
क्योंकि तू तो दिल की आहट थी,
पर जब तूने धोखे की बात कही,
जो मेरे दिल ने नहीं सही।