उन्हें डर है दिल टूटने का,
उनको वफादार अपना दिलबर नहीं लगता,
और हम इतना टूटे हैं की,
अब हमे टूटने से डर नहीं लगता।
हमारी चाहत ने उस बेवफा को ख़ुशी दे दी,
और उस वेबफा ने बदले में ख़ामोशी दे दी,
मांगी तो उस रब से दुआ मरने की थी,
लेकिन उसने भी हमे तड़पने के लिए जिंदगी दे दी।
एक वक़्त तेरी जिंदगी में आएगा जरूर,
जब तुझे तेरे गलत होने का एहसास होगा,
मैं भी देखना चाहता हूँ कोई तेरे साथ,
इतना गलत करे तो तुझे कैसे बर्दाश्त होगा।
जब तक दर्द न हो किसी के आंसू आया नही करते,
बिना वजह किसी का दिल दुखाया नही करते,
ये बात सुन लो कान खोल कर,
किसी के सपने तोड़ कर अपने सपने सजाया नही करते।
बात में आँसू बहाया नही करते,
हर बात दिल की हर किसी से कहा नही करते,
ये नमक का शहर है इसलिए,
ज़ख्म यहाँ हर किसी को दिखाया नहीं करते।
तेरे बगैर इस ज़िन्दगी की जरूरत नहीं,
तेरे सिवा हमें किसी और की चाहत नहीं।
तुम ही रहोगे हमेशा हमारे दिल में किसी और को,
इस दिल में आने की इजाजत नहीं।
अब बदन पर कपड़े ढीले ढीले है,
सर पर बाल भारी भारी हैं,
दाढ़ी भी मैं कटवाता नहीं क्यूंकि,
ये तेरी बेवफाई की आखरी निशानी है।
मुझे जिसने जिंदगी दी वो मरता छोड़ गये,
जिससे मोहब्बत की वो मुझे तन्हा छोड़ गये,
थी हमे भी एक हमसफ़र साथ चलने को जरूरत,
जो साथ चलने बाले थे वही रास्ता मोड़ गये।
पल पल मुश्किल से कट रहा है,
अब तेरी कमी खल रही है,
बाहर से शांत हूँ मगर,
जुदाई की आग अंदर जल रही है।
तुझे भुलाना अब मेरे बस में नहीं,
चाहो तो कोई और सजा दे दो,
अगर फिर भी नहीं मानता हो तुम्हारा दिल,
तो मुझे मरने की दुआ दे दो।
वो नही आती पर अपनी निशानी भेज देती है,
ख्वाबो में दास्ताँ पुरानी भेज देती है,
उसकी यादों के पल कितने भी मीठे हैं,
मगर कभी कभी आँखों में पानी भेज देती है।
अब तो हम दर्द से खेलना सीख गये,
अब तो हम वेबफाई के साथ जीना सीख गये,
क्या बताये यारो की कितना दिल टूटा है हमारा,
अब तो हम मौत से पहले कफ़न ओढ़ कर सोना सीख गये।
चिंगारी का ख़ौफ़ न दिया करो हमे,
हम अपने दिल में दरिया बहाय बैठे है,
अरे हम तो कब का जल गये होते इस आग में,
लेकिन हमतो खुद को आंसुओ में भिगोये बैठे है।
इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा,
यादें कटती हैं ले लेकर नाम तेरा,
मुद्दत से बैठे हैं ये आस पाले कि,
आज आयेगा कोई पैगाम तेरा।
अब मोहब्बत नही रही इस जमाने में,
क्योंकि लोग अब मोहब्बत नही,
मज़ाक किया करते है इस जमाने में।
सब मालूम था सब खबर थी,
फिर भी सब बिन कहे सह गए,
तेरे प्यार में इस कदर पड़े कि,
तैरना आता था फिर भी इश्क़ की दरिया में बह गए।
इश्क की हमारे बस इतनी सी कहानी है,
तुम बिछड गए, हम बिख़र गए,
तुम मिले नहीं और, हम किसी और के हुए नही।
लफ़्ज़ों की बातें बहुत हो गई,
अब कुछ दिल की बात कहते हैं,
अब भले ही करलें नफरत मुझसे,
मगर हम तो आपसे बेइंतेहा प्यार करते हैं।
कितना दर्द है इस दिल में लेकिन हमे एहसास नही है,
कोई था बहुत खास पर वो पास नही है,
हमे उनके इश्क ने बर्बाद कर दिया,
और वो कहते है की ये कोई प्यार नही है।
प्यार वो नहीं जिसमे जीत या हार हो,
प्यार वो नहीं जिसमें इनकार हो,
असली प्यार तो वो है जिसमे,
मिलने की उम्मीद ना हो फिर भी इंतजार हो।