जब कोई ख्याल इस दिल से टकराता है,
तो दिल न चाहते हुए भी खामोश हो जाता है,
कोई सब कुछ कह कर भी कुछ नही कह पाता है,
और कोई बिना कुछ कह भी सब कुछ कह जाता है।
सब मालूम था सब खबर थी,
फिर भी सब बिन कहे सह गए,
तेरे प्यार में इस कदर पड़े कि,
तैरना आता था फिर भी इश्क़ की दरिया में बह गए।
वो करते है मोहब्बत की बात,
लेकिन मोहब्बत के दर्द का उन्हें एहसास नही,
मोहब्बत तो वो चाँद है जो दिखता तो है सबको,
लेकिन उसको पाना सबके बस की बात नही।
अब तेरे बिना जिंदगी गुजारना मुमकिन नही है,
अब और किसी को इस दिल में बसाना आसान नही है,
हम तो तेरे पास चले आये होते सब कुछ छोड़ कर,
लेकिन तूने कभी हमे दिल से पुकारा ही नही है।
ये वक्त बदला और बदली ये कहानी है,
अब तो बस मेरे पास उनकी यादें पुरानी है,
न लगाओ मेरे ज़ख्मो पे मरहम,
क्योंकि मेरे पास बस उनकी यही बची हुई निशानी है।
क़दर करलो उनकी जो तुमसे,
बिना मतलब की चाहत करते हैं,
दुनिया में ख्याल रखने वाले कम,
और तकलीफ देने वाले ज़्यादा होते है।
तेरे बगैर इस ज़िन्दगी की जरूरत नहीं,
तेरे सिवा हमें किसी और की चाहत नहीं।
तुम ही रहोगे हमेशा हमारे दिल में किसी और को,
इस दिल में आने की इजाजत नहीं।
दिन हुआ है तो रात भी होगी,
मत हो उदास कभी तो उससे बात होगी,
वो प्यार है ही इतना प्यारा,
ज़िंदगी रही तो फिर मुलाकात होगी।
रस्मों रिवाज की जो परवाह करते हैं,
प्यार में वो लोग गुनाह करते हैं,
इश्क वो जुनून है जिसमें दीवाने,
अपनी खुशी से खुद को तबाह करते हैं।
बात में आँसू बहाया नही करते,
हर बात दिल की हर किसी से कहा नही करते,
ये नमक का शहर है इसलिए,
ज़ख्म यहाँ हर किसी को दिखाया नहीं करते।
शादी के वादे तो कर लिए थे एक दूसरे से,
पर मैं तेरी मांग में अपने नाम का सिंदूर सजा ना सका,
तुझे पा तो लिया था मैंने, पर तुझे अपना बना ना सका।
एक तेरा नाम लेते ही,
मेरे चेहरें पर मुस्कान आ जाती है,
मै कितनी ही मुश्किल में क्यों ना हूं,
मेरी जान में जान आ जाती है।
प्यार हर किसी को जीना सिखा देता है,
वफ़ा के नाम पर मरना सिखा देता है,
प्यार नही किया तो करके देखो,
ये हर दर्द सहना सिखा देता है।
इन आंखो मे आंसू आये न होते,
पीछे मुड़ कर मुस्कुराये न होते,
उनके जाने के बाद यही गम रहेगा,
के काश वो हमारी जिंदगी में आये न होते।
गम कितना है हम आपको दिखा नही सकते,
ज़ख्म कितने गहरे है ये आपको दिखा नही सकते,
जरा हमारे इन आंसुओ को तो देख लो,
ये आंसू गिरे है कितने ये हम आपको गिना नही सकते।
अब मोहब्बत नही रही इस जमाने में,
क्योंकि लोग अब मोहब्बत नही,
मज़ाक किया करते है इस जमाने में।
तुम पत्थर दिल मानोगे मुझको,
पर मैं भी यादों में खोया था,
अपनों की यादों में अक्सर,
मैं भी रातों में रोया था।
अब तो हम दर्द से खेलना सीख गये,
अब तो हम वेबफाई के साथ जीना सीख गये,
क्या बताये यारो की कितना दिल टूटा है हमारा,
अब तो हम मौत से पहले कफ़न ओढ़ कर सोना सीख गये।
कभी किसी को इतना सताया न करो,
अपने लिए कभी किसी को तड़पाया न करो,
जिनकी साँसे ही वो आपके लफ़्ज़ हो,
उन लफ़्ज़ों के लिए कभी किसी को तरसाया ना करो।
मैं लोगों से मुलाक़ातों के लम्हें याद रखता हूँ,
मैं बातें भूल भी जाऊं पर लहज़े याद रखता हूँ,
जरा सा हट के चलता हूँ ज़माने की रवायत से,
जो सहारा देते हैं वो कन्धे हमेशा याद रखता हूँ।