ऊँची पतंग से मेरी ऊँची उड़ान होंगी,
इस जहाँ में मेरे लिए मंजिले तमाम होंगी,
जब भी आसमान की और देखोगे तुम दोस्तों,
तुम्हारे ही हाथों मेरी डोर के साथ जान होंगी।
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं!
तन में मस्ती, मन में उमंग, देकर सबको अपनापन,
गुड़ में जैसे मिठापन, होकर साथ हम उड़ाए पतंग।
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं!
सदा पतंग की भांति बने रहना,
पैरों को अपने जमीन पर रखना
लेकिन आसमान को छू कर दिखाना।
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं!
तिल पकवानों की मिठास जिंदगी में भरिये,
पतंगों की तरह आकाश में बुलंदी पाइये,
और अपनी मेहनत की डोर से बुलंदी को संभाल के रखिये,
आपको मकर संक्रांति की शुभकामनायें।
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं!
बंदे है हम देसी, हम पर किसका ज़ोर,
मकर संक्रान्ति में उड़े, पतंगे चारो और,
अपना मांझा खुद सूतने,
आज हम चले छत की और।
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं!
त्यौहार नहीं होता अपना पराया,
त्यौहार है वही जिसे सबने मनाया,
तो मिला गुड में तिल,
पतंग संग उड़ जाने दो दिल।
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं!
दिल में है छायी मस्ती
मन में भरी है उमंग,
उड़ती है पतंगें रंग बिरंगी
आसमान में छाया मकर संक्रांति का रंग।
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं!
आप मेहनत में कमी मत रखना
भगवान खुद भरेंगे सफलता के रंग,
मकर संक्रांति के दिन दोस्तों के साथ
आसमान की ऊंचाइयों में उड़ाए पतंग।
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं!
आप हर दिन यूं ही खुश रहे
कभी ना आए कोई समस्याएं,
मकर संक्रांति के दिन पर
दिल से आपको ढेर सारी शुभकामनाएं।
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं!
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं!
तन में मस्ती, मन में उमंग,
चलो आकाश में डाले रंग,
चलो हो जाये सब संग संग,
खूब मिल के उडाए पतंग।