फिकर मत कर बन्दे कलम कुदरत के हाथ है,
लिखने वाले ने लिख दिया तकदीर तेरे साथ है,
फिकर करता है क्यूँ फिकर से होता है क्या,
रख खुदा पे भरोसा देख फिर होता है क्या।
ग़म न कर ज़िन्दगी बहुत बड़ी है,
यह महफ़िल तेरे लिए ही सजी है,
बस एक बार मुस्कुरा कर तो देख,
तकदीर खुद तुझसे मिलने बाहर खड़ी है।
राह संघर्ष की जो चलता है,
वो ही संसार को बदलता है,
जिसने रातों से जंग जीती है,
सूर्य बनकर वही निकलता है।
सुख दुःख की धूप-छाँव से आगे निकल के देख,
इन ख्वाहिशों के गाँव से आगे निकल के देख,
तूफान क्या डुबायेगा तेरी कश्ती को,
आँधियों की हवाओं से आगे निकल दे देख।
साहिल पे पहुंचने से इनकार किसे है लेकिन,
तूफ़ानो से लड़ने का मज़ा ही कुछ और है,
कहते है, कि किस्मत खुदा लिखता है लेकिन,
उसे मिटा के खुद गढ़ने का मजा ही कुछ और है।
ये ज़िन्दगी हसीं है इस से प्यार करो,
अभी है रात तो सुबह का इंतज़ार करो,
वो पल भी आएगा जिसकी ख्वाहिश है आपको,
रब पर रखो भरोसा वक़्त पर ऐतबार करो।
परिंदो को मिलेगी मंज़िल एक दिन,
ये फैले हुए उनके पर बोलते है,
वही लोग रहते है खामोश अक्सर ज़माने में,
जिनके हुनर बोलते है।
छू ले आसमान ज़मीं की तलाश न कर,
जी ले ज़िन्दगी ख़ुशी की तलाश न कर,
तकदीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त,
मुस्कुराना सीख ले वजह की तलाश न कर।
अगर ज़िन्दगी में कुछ बड़ा करना तो,
एक बात हमेशा याद रखना,
प्यार,इश्क़,मोहब्बत से,
हमेशा दूर ही रहना।
बूझी शमां भी जल सकती है,
तूफ़ान से कश्ती भी निकल सकती है,
होके मायूस यूँ ना अपने इरादे बदल,
तेरी किस्मत कभी भी बदल सकती है।
जिंदगी बहुत खूबसूरत है, जिंदगी से प्यार करो,
अगर हो रात तो, सुबह का इंतजार करो,
वो पल भी आएगा जिसका तुझे इंतेज़ार है,
बस उस खुदा पर भरोसा और वक्त पर ऐतबार करो।
ज़िन्दगी की असली उड़ान अभी बाकी है,
मंज़िल के कई इम्तिहान अभी बाकी है,
अभी तो नापी है मुट्ठी भर ज़मीं हमने,
अभी तो सारा आसमान बाकी है।
मुक्कदर लिखने वाले मुझ पर एक एहसान कर दे,
मेरे दोस्त की ज़िंदगी में एक और मुस्कान लिख दे,
अब एक भी दर्द न उनकी ज़िंदगी मे लिखना,
चाहे तो उनके मुक्कदर में मेरी जान लिख दे।
ज़िंदगी तस्वीर भी है ओर तक़दीर भी हैं,
फरक तो बस रंगो का हैं,
मनचाहे रंगो से बने तो तस्वीर,
ओर अनजाने रंगो से बने तो तक़दीर।
डर मुझे भी लगा फासला देख कर,
पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर,
खुद ब खुद मेरे नज़दीक आती गई,
मेरी मंज़िल मेरा हौंसला देख कर।
संघर्ष में आदमी अकेला होता है,
सफलता में दुनिया उसके साथ होती है,
जब-जब जग किसी पर हँसा है,
तब-तब उसी ने इतिहास रचा है।
होके मायूस न यूं शाम से ढलते रहिये,
ज़िन्दगी भोर है सूरज सा निकलते रहिये,
एक ही पाँव पे ठहरोगे तो थक जाओगे,
धीरे-धीरे ही सही राह पे चलते रहिये।
फिकर मत कर बन्दे कलम कुदरत के हाथ है,
लिखने वाले ने लिख दिया तकदीर तेरे साथ है,
फिकर करता है क्यूँ फिकर से होता है क्या,
रख खुदा पे भरोसा देख फिर होता है क्या।
किसी भी उम्मीद के बिना,
हमेशा सबका अच्छा करने की कोशिश करना,
क्योंकि किसी ने कहा है की, जो लोग फूल बेचते है,
उसके हाथों में खुश्बू रह ही जाती है।
तकदीरें बदल जाती हैं,
जब ज़िन्दगी का कोई मकसद हो,
वर्ना ज़िन्दगी कट ही जाती है
तकदीर को इल्ज़ाम देते देते।
जब टूटने लगे हौंसला तो बस ये याद रखना,
बिना मेहनत के हासिल तख़्त-ओ-ताज नहीं होते,
ढूढ़ लेना अंधेरे में ही मंज़िल अपनी दोस्तों,
क्योंकि जुगनू कभी रोशनी के मोहताज़ नहीं होते।