मुक्कदर लिखने वाले मुझ पर एक एहसान कर दे,
मेरे दोस्त की ज़िंदगी में एक और मुस्कान लिख दे,
अब एक भी दर्द न उनकी ज़िंदगी मे लिखना,
चाहे तो उनके मुक्कदर में मेरी जान लिख दे।
जो खैरात में मिलती कामयाबी,
तो हर शख्स कामयाब होता,
फिर कदर न होती किसी हुनर की,
और न ही कोई शख्स लाजवाब होता।
मुक्कदर लिखने वाले मुझ पर एक एहसान कर दे,
मेरे दोस्त की ज़िंदगी में एक और मुस्कान लिख दे,
अब एक भी दर्द न उनकी ज़िंदगी मे लिखना,
चाहे तो उनके मुक्कदर में मेरी जान लिख दे।
जब टूटने लगे हौंसला तो बस ये याद रखना,
बिना मेहनत के हासिल तख़्त-ओ-ताज नहीं होते,
ढूढ़ लेना अंधेरे में ही मंज़िल अपनी दोस्तों,
क्योंकि जुगनू कभी रोशनी के मोहताज़ नहीं होते।
नहीं चल पायेगा वो एक पग भी,
भले बैसाखियाँ सोने की दे दो,
सहारे की जिसे आदत पड़ी हो,
उसे हिम्मत खड़े होने की दे दो।
होके मायूस न यूं शाम से ढलते रहिये,
ज़िन्दगी भोर है सूरज सा निकलते रहिये,
एक ही पाँव पे ठहरोगे तो थक जाओगे,
धीरे-धीरे ही सही राह पे चलते रहिये।
जो फ़कीरी मिजाज़ रखते हैं,
वो ठोकरों में ताज रखते हैं,
जिनको कल की फ़िक्र नहीं,
वो मुठ्ठी में आज रखते हैं।
सपने और लक्ष्य में एक ही अंतर है,
सपने के लिए बिना मेहनत की नींद चाहिए,
और लक्ष्य के लिए बिना नींद की मेहनत।
चलता रहूँगा पथ पर,
चलने में माहिर बन जाऊँगा,
या तो मंजिल मिल जायेगी,
या अच्छा मुसाफ़िर बन जाऊँगा।
कश्ती डूब कर निकल सकती है,
शमा बुझ कर भी जल सकती है,
मायूस ना हो इरादे ना बदल,
किस्मत किसी भी वक़्त बदल सकती है।
जिंदगी बहुत खूबसूरत है, जिंदगी से प्यार करो,
अगर हो रात तो, सुबह का इंतजार करो,
वो पल भी आएगा जिसका तुझे इंतेज़ार है,
बस उस खुदा पर भरोसा और वक्त पर ऐतबार करो।
इस दुनिया में कोई खुशियों की चाह में रोता है,
कोई गमो की पनाह में रोता है,
अजीब ज़िन्दगी का सिलसिला है,
कोई भरोसे के लिए रोता है, कोई भरोसा करके रोता है।
ज़िंदगी तस्वीर भी है ओर तक़दीर भी हैं,
फरक तो बस रंगो का हैं,
मनचाहे रंगो से बने तो तस्वीर,
ओर अनजाने रंगो से बने तो तक़दीर।
बेहतर से बेहतर कि तलाश करो,
मिल जाये नदी तो समंदर कि तलाश करो,
टूट जाता है शीशा पत्थर कि चोट से,
टूट जाये पत्थर ऐसा शीशा तलाश करो।
अगर आपकी किस्मत लिख सकते हम,
तो हर खुशी आपके हिस्से में लिख देते हम,
जो मोड़ आपको आपकी मन्ज़िल दिलाये,
उस रुख को आपकी तरफ मोड़ देते हम।
छू ले आसमान ज़मीं की तलाश न कर,
जी ले ज़िन्दगी ख़ुशी की तलाश न कर,
तकदीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त,
मुस्कुराना सीख ले वजह की तलाश न कर।
ये ज़िन्दगी हसीं है इस से प्यार करो,
अभी है रात तो सुबह का इंतज़ार करो,
वो पल भी आएगा जिसकी ख्वाहिश है आपको,
रब पर रखो भरोसा वक़्त पर ऐतबार करो।
फिकर मत कर बन्दे कलम कुदरत के हाथ है,
लिखने वाले ने लिख दिया तकदीर तेरे साथ है,
फिकर करता है क्यूँ फिकर से होता है क्या,
रख खुदा पे भरोसा देख फिर होता है क्या।
आज तेरे लिए वक्त का इशारा है,
देखता ये जहां सारा है,
फिर भी तुझे रास्तों की तलाश है,
आज फिर तुझे मंज़िलो ने पुकारा है।
किसी को बे-सबब शोहरत नहीं मिलती है ऐ वाहिद,
उन्हीं के नाम हैं दुनिया में जिनके काम अच्छे हैं,
लकीरें खींचते रहने से बन गई तस्वीर,
कोई भी काम हो, बे-कार थोड़ी होता है।
परिंदो को मिलेगी मंज़िल एक दिन,
ये फैले हुए उनके पर बोलते है,
वही लोग रहते है खामोश अक्सर ज़माने में,
जिनके हुनर बोलते है।