जल को बर्फ़ में बदलने में वक्त लगता है,
सूरज को निकलने में वक्त लगता है,
किस्मत को तो हम बदल नही सकते ,
लेकिन अपने हौसलो से किस्मत बदलने में वक्त लगता है।
तकदीरें बदल जाती हैं,
जब ज़िन्दगी का कोई मकसद हो,
वर्ना ज़िन्दगी कट ही जाती है
तकदीर को इल्ज़ाम देते देते।
जो फ़कीरी मिजाज़ रखते हैं,
वो ठोकरों में ताज रखते हैं,
जिनको कल की फ़िक्र नहीं,
वो मुठ्ठी में आज रखते हैं।
जो न पूरा हो उसे अरमान कहते हैं,
जो न बदले उसे ईमान कहते हैं,
ज़िन्दगी मुश्किलों में भले ही बीत जाये,
पर जो झुकता नहीं उसे इंसान कहते हैं।
राह संघर्ष की जो चलता है,
वो ही संसार को बदलता है,
जिसने रातों से जंग जीती है,
सूर्य बनकर वही निकलता है।
ग़म न कर ज़िन्दगी बहुत बड़ी है,
यह महफ़िल तेरे लिए ही सजी है,
बस एक बार मुस्कुरा कर तो देख,
तकदीर खुद तुझसे मिलने बाहर खड़ी है।
मुक्कदर लिखने वाले मुझ पर एक एहसान कर दे,
मेरे दोस्त की ज़िंदगी में एक और मुस्कान लिख दे,
अब एक भी दर्द न उनकी ज़िंदगी मे लिखना,
चाहे तो उनके मुक्कदर में मेरी जान लिख दे।
संघर्ष में आदमी अकेला होता है,
सफलता में दुनिया उसके साथ होती है,
जब-जब जग किसी पर हँसा है,
तब-तब उसी ने इतिहास रचा है।
डर मुझे भी लगा फासला देख कर,
पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर,
खुद ब खुद मेरे नज़दीक आती गई,
मेरी मंज़िल मेरा हौंसला देख कर।
जिसमे उबाल हो ऐसा खून चाहिये,
जीत के खातिर ऐसा जुनून चाहिए,
ये आसमान भी आएगा ज़मीन पर,
बस इरादों में ऐसी गूंज होनी चाहिये।
परिंदो को मिलेगी मंज़िल एक दिन,
ये फैले हुए उनके पर बोलते है,
वही लोग रहते है खामोश अक्सर ज़माने में,
जिनके हुनर बोलते है।
25 की उम्र में लोग शादी करके,
अपने बच्चों के बारे में सोचते है,
और मुझे मेरी माँ को AUDI के,
आगे वाली सीट पर बैठाना है।
आज तेरे लिए वक्त का इशारा है,
देखता ये जहां सारा है,
फिर भी तुझे रास्तों की तलाश है,
आज फिर तुझे मंज़िलो ने पुकारा है।
जिंदगी में जीत और हार है किसके लिए,
एक दूसरे में इतनी तकरार है किसके लिए,
जो आया है इस दुनिया मे एक दिन वो जाएगा,
ए इंसा तो तुझे इतना गुमान है किसके लिए।
किसी को बे-सबब शोहरत नहीं मिलती है ऐ वाहिद,
उन्हीं के नाम हैं दुनिया में जिनके काम अच्छे हैं,
लकीरें खींचते रहने से बन गई तस्वीर,
कोई भी काम हो, बे-कार थोड़ी होता है।
नज़र-नज़र में उतरना कमाल होता है,
नफ़स-नफ़स में बिखरना कमाल होता है,
बुलंदियों पे पहुँचना कोई कमाल नहीं,
बुलंदियों पे ठहरना कमाल होता है।
ज़िन्दगी बस एक हसीन ख़्वाब है,
दिल में जीने की चाहत होनी चाहिये,
ग़म खुद ही ख़ुशी में बदल जायेंगे,
सिर्फ मुस्कुराने की आदत होनी चाहिये।
ज़िंदगी तस्वीर भी है ओर तक़दीर भी हैं,
फरक तो बस रंगो का हैं,
मनचाहे रंगो से बने तो तस्वीर,
ओर अनजाने रंगो से बने तो तक़दीर।
होके मायूस न यूं शाम से ढलते रहिये,
ज़िन्दगी भोर है सूरज सा निकलते रहिये,
एक ही पाँव पे ठहरोगे तो थक जाओगे,
धीरे-धीरे ही सही राह पे चलते रहिये।
छू ले आसमान ज़मीं की तलाश न कर,
जी ले ज़िन्दगी ख़ुशी की तलाश न कर,
तकदीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त,
मुस्कुराना सीख ले वजह की तलाश न कर।
फिकर मत कर बन्दे कलम कुदरत के हाथ है,
लिखने वाले ने लिख दिया तकदीर तेरे साथ है,
फिकर करता है क्यूँ फिकर से होता है क्या,
रख खुदा पे भरोसा देख फिर होता है क्या।