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Home 1 Line Shayari 1 Line Shayari in Hindi - 1 लाइन शायरी इन हिंदी

ना अर्ज़ है ना अर्जी है इश्क की अपनी मनमर्जी है

ना अर्ज़ है ना अर्जी है इश्क की अपनी मनमर्जी हैना अर्ज़ है ना अर्जी है, इश्क की अपनी मनमर्जी है।

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जहां दिल भर जाते है वहा बहाने मिल जाते हैजहां दिल भर जाते है, वहा बहाने मिल जाते है।

कुछ लोग जाहिर नहीं करते लेकिन परवाह बहुत करते हैंकुछ लोग जाहिर नहीं करते लेकिन परवाह बहुत करते हैं।

हौसला रखो ये वक्त भी गुजर जायेगाहौसला रखो, ये वक्त भी गुजर जायेगा।

जब वक़्त जवाब देता है तब गवाहो की जरूरत नहीं होतीजब वक़्त जवाब देता है, तब गवाहो की जरूरत नहीं होती।

खैर कुछ तो किया उसने चलो तबाह ही सहीखैर कुछ तो किया उसने, चलो तबाह ही सही।

मैं धीरे चलता हूं लेकिन कभी भी पीछे की ओर नहीं चलतामैं धीरे चलता हूं, लेकिन कभी भी पीछे की ओर नहीं चलता।

वो आईना देख मुस्कुरा के बोली, बेमौत मरेगा मुझ पर मरने वालावो आईना देख मुस्कुरा के बोली, बेमौत मरेगा मुझ पर मरने वाला।

बहाना कोई तो ए जिंदगी दे की जीने के लिए मजबूर हो जाऊबहाना कोई तो ए जिंदगी दे, की जीने के लिए मजबूर हो जाऊ।

कोई याद बन गया कोई ख्वाब उफ़ ये दूरियांकोई याद बन गया कोई ख्वाब, उफ़ ये दूरियां।

रात यूँ सांस रुक गयी मेरी तू मुझे भूल गया हो जैसेरात यूँ सांस रुक गयी मेरी, तू मुझे भूल गया हो जैसे।

दुश्मनों ने जो दुश्मनी की है दोस्तों ने भी क्या कमी की हैदुश्मनों ने जो दुश्मनी की है, दोस्तों ने भी क्या कमी की है।

खिलाफ कितने हैं ये मुद्दा नहीं बस साथ कितने हैं ये जरूरी हैंखिलाफ कितने हैं ये मुद्दा नहीं बस साथ कितने हैं ये जरूरी हैं।

कहा जख्म खोल बैठा पगले ये शहर नमक का हैकहा जख्म खोल बैठा पगले, ये शहर नमक का है।

भूखा पेट और हल्का जेब जीवन में बहुत कुछ सिखा जाते हैंभूखा पेट और हल्का जेब जीवन में बहुत कुछ सिखा जाते हैं।

ख़ामोशी चिल्लाने लगती है इस भीड़ को देख करख़ामोशी चिल्लाने लगती है इस भीड़ को देख कर।

मैं रहूं या ना रहूं तुम मुझमें कहीं बाकी रहनामैं रहूं या ना रहूं, तुम मुझमें कहीं बाकी रहना।

वो मेरी आखिरी सरहद हो जैसे सोच जाती ही नहीं उससे आगेवो मेरी आखिरी सरहद हो जैसे, सोच जाती ही नहीं उससे आगे।

उम्र चाहे कितनी भी हो सुना है दिल पर झुर्रियां नहीं पड़तीउम्र चाहे कितनी भी हो, सुना है दिल पर झुर्रियां नहीं पड़ती।

काश ऐसी भी हवा चले कौन किसका है पता तो चलेकाश ऐसी भी हवा चले, कौन किसका है पता तो चले।

तुम मेरी आखिरी हद हो उससे आगे सोच जाती ही नहींतुम मेरी आखिरी हद हो, उससे आगे सोच जाती ही नहीं।


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