तुम दोस्ती को मोहब्बत में बदलना चाहते थे,
देखा इस मोहब्बत ने हमें दूर कर दिया।
इंतजार उसका जिस को अहसास तक नहीं,
एक शाम की मुलाकात को इश्क़ समझ बैठे।
आज हम है कल हमारी यादें होगी,
जब हम न होंगे तब हमारी बातें होगी,
कभी पल्टाओगे ज़िन्दगी के ये पन्ने तो,
शायद आप की आँखों से भी बारिश होगी।
पता ही नहीं चला कब वो दोस्त से प्यार बन गया,
साथ गुजरा हुआ कुछ पल आज यादगार बन गया,
कर न सके उनसे इज़हार हम इस बात का,
और देखते ही देखते वह किसी और के दिलदार बन गया।
बहुत समझाती हूँ मैं इस दिल को की,
जिस रास्ते मैं कांटे हो उस रस्ते नहीं जाना है,
वहां धोके की दुनिया है और धोखा नहीं खाना है।
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है,
जिसका रास्ता बहुत खराब है,
मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा,
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है।
दुश्मनों की अब किसे जरूरत है,
अपने ही काफी है दर्द देने के लिए।
एक खेल रत्न उसको भी दे दो,
बड़ा अच्छा खेलता है वो दिल से।
हर रात जान बूझकर रखती हूँ दरवाज़ा खुला,
शायद कोई लुटेरा मेरा गम भी लूट ले।
नींद भी नीलाम हो जाती है बाज़ार-ए-इश्क में,
किसी को भूल कर सो जाना, आसान नहीं होता।