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Dil Ke Rishte Shayari in Hindi - दिल के रिश्ते शायरी इन हिंदी

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दिल के रिश्ते भी अजीब होते हैं,
दूर रहकर भी कितने करीब होते हैं,
जो देखते हैं रोज आपको वो लोग,
सच में कितने खुशनसीब होते हैं।

दिल के रिश्ते तोड़ने तो नहीं चाहिए,
लेकिन जहाँ कदर ना हो वहाँ निभाना भी नहीं चाहिए।

दिल के रिश्ते कभी नहीं टूटते,
बस खामोश हो जाते है।

कुछ रिश्ते दरवाज़े खोल जाते है,
या तो दिल के, या तो आँखों के।

दिल से दुनिया का जो रिश्ता है अजब रिश्ता है,
हम जो टूटे हैं तो कब शहर सलामत होगा।

रिश्ते निभाना हर किसी के बस कि बात नहीं,
अपना दिल भी दुखाना पड़ता है,
किसी और की ख़ुशी के लिए।

दिल से बने जो रिश्ते उनका नाम नही होता,
इनका कभी भी बेकार अंजाम नही होता,
अगर निभाने का जज्बा दोनों तरफ से हो,
तो कभी कोई पाक रिश्ता कभी बदनाम नही होता।

कुछ रिश्ते इस दुनिया में ख़ास होते हैं,
हवा के रुख से जिनका अहसास होते हैं,
ये दिल की साजिस नहीं तो और क्या है,
दूर रह कर भी वो दिल के कितने पास होते हैं।

कुछ गहरे रिश्ते थोड़े अजीब होते है,
सब अपने-अपने हिस्से वाले नसीब होते है,
वो अक्सर निगाहो से दूर होते है,
वही है जो दिल के करीब होते है।

एक से रिश्ता टूटा,
तो दूसरे से जोड़ लेते हैं,
आजकल दिल के रिश्ते भी,
वाई फाई की तरह हो गए हैं।

खुदा ने बड़े अजीब से दिल के रिश्ते बनायें हैं,
सबसे ज्यादा वही रोया जिसने ईमानदारी से निभाये है।

दिल के रिश्ते अजीब रिश्ते हैं,
साँस लेने से टूट जाते हैं।

खामोशी की जुबां बयां कर देती है सब कुछ,
जब दिल का रिश्ता जुड़ जाता है किसी से।

कुछ रिश्ते इस जहां में ख़ास होते हैं,
हवा के रूख से जिनके एहसास होते हैं,
ये दिल की कशिश नहीं तो और क्या है,
दूर रहकर भी वो दिल के कितने पास होते हैं।

रिश्ते में दुनियां तो आती जाती रहती हैं,
फिर भी दोस्ती दिलो को मिला देती हैं,
वो दोस्ती ही क्या जिसमे नाराजगी ना हो,
पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को मना ही लेती हैं।

रिश्ते और रास्ते तब ख़त्म हो जाते है,
जब पाँव नहीं दिल थक जाते है।

कई रिश्तो को अजमाया है हमने,
कुछ पाया है पर बहुत गवाया है हमने,
हर उस शख्स ने रुलाया है,
जिसे भी इस दिल ने बसाया है हमने।

दिल के रिश्ते हमेशा किस्मत से ही बनते है,
वरना मुलाकात तो रोज हजारों 1000 से होती है।

रिश्ते गर बंधे हो दिल की डोरी से,
दूर नहीं होते किसी भी मज़बूरी से।

अश्क उनकी आँखों के करीब होते हैं,
रिश्ते दर्द के जिसको होते हैं,
दौलत अपने दिल की लुटा दी है जिसने,
कोई कहते हैं कि वो गरीब होते हैं।

कुछ इस तरह खूबसूरत रिश्ते टूट जाया करते हैं,
जब दिल भर जाता है तो, लोग अक्सर रूठ जाया करते हैं।

दिल से बने जो रिश्ते उनका नाम नहीं होता,
इनका कभी भी निरर्थक अंजाम नहीं होता,
अगर निभाने का ज्जबा दोनो तरफ हो,
तो ये पाक रिश्ता कभी बदनाम नहीं होता।

गलतफहमी की गुंजाईश नहीं दिल के रिश्ते में,
किरदार हल्का हो तो कहानी वहीं डूब जाती है।

दूर हो जाने से रिश्ते नहीं जाते,
न ही सिर्फ पास रहने से दिल जुड़ जाते,
दिलों के मसले हैं यही वजह है,
हम तुम्हें बस यु ही नहीं भूल पाते।

जिंदगी में आपकी एहमियत आपको बता नहीं सकते,
दिल में आपकी जगह हम आपको दिखा नहीं सकते,
कुछ रिश्ते बेहद अनमोल होते हैं,
इससे ज्यादा हम आपको समझा नहीं सकते।

जिंदगी में आपकी एहमियत बता नहीं सकते,
दिल में आपकी जगह दिखा नहीं सकते,
कुछ रिश्ते बेहद अनमोल होते हैं,
इससे ज्यादा हम आपको समझा नहीं सकते।

आजकल लोगो पे क्या भरोसा करे,
यहाँ तो दिल के रिश्ते भी दिमाग से निभाये जाते है।

टूट जाते हैं सभी रिश्ते मगर,
दिल से दिल का रिश्ता अपनी जगह,
दिल को है तुझ से ना मिलने का यक़ीन,
तुझ से मिलने की दुआ अपनी जगह।

रिश्ता वो नहीं होता जो दुनिया को दिखाया जाता है,
रिश्ता वह होता है जिसे दिल से निभाया जाता है,
अपना कहने से कोई अपना नहीं होता,
अपना वो होता है जिसे दिल से अपनाया जाता है।

रिश्ता दिल से होना चाहिए शब्दों से नहीं,
नाराजगी शब्दों में होनी चाहिए मन में नहीं।

ये जब एहसास हो जाए कि दूरी अब दिलों में है,
मरासिम लाख गहरे हो पर रिश्ते टूट जाते हैं।

निभाएँ किस तरह रिश्ते,
समझ में कुछ नहीं आता,
किसी से दिल नहीं मिलता,
कोई दिल से नहीं मिलता।

दुश्मनी लाख सही ख़त्म न कीजिए रिश्ता,
दिल मिले या न मिले हाथ मिलाते रहिए।

रिश्तों कि ही दुनिया में अक्सर ऐसा होता हैं,
दिल से इन्हें निभाने वाला ही रोता हैं,
झुकना परे तो झुक जाना अपनो के लिए,
क्योंकि हर रिश्ता एक नाजुक समझोता होता हैं।

रिश्ते निभाना हर किसी के बस की बात नही,
अपना दिल दुखाना पड़ता है किसी और की खुशी के लिये।

रिश्तों की ही घरोंदो में अक्सर ऐसा होता हैं,
दिल से इन्हें निभाने वाला ही रोता हैं,
झुकना पड़े तो झुक जाना अपनों के लिए,
क्योकि हर रिश्ता एक नाजुक समझौता होता हैं।

दिल के रिश्ते का कोई नाम नहीं होता,
हर रास्ते का मुक़ाम नहीं होता,
अगर निभाने की चाहत हो दोनों तरफ,
तो क़सम से कोई रिश्ता नाक़ाम नहीं होता।




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