पता ही नहीं चला कब वो दोस्त से प्यार बन गया,
साथ गुजरा हुआ कुछ पल आज यादगार बन गया,
कर न सके उनसे इज़हार हम इस बात का,
और देखते ही देखते वह किसी और के दिलदार बन गया।
किसके पास है इतना समय जो हमें याद कर सके,
कोई नहीं है इतना सच्चा जो दिल से प्यार कर सके।
हाल ऐ दिल बयां ना कर पाएंगे,
ज़िन्दगी तुझ बिन किस तरह बिताएंगे,
हमको आता ही नहीं जीना तेरे बगैर,
हम तो तुम्हारे बिन मर ही जायेंगे।
नहीं बता सकती हूँ की,
क्या हाल दिल का मेरा है,
बस इतना समझ लो तुम बिन,
ना ज़िन्दगी में मेरे सवेरा है।
हाथ थामकर तुम्हारा नाव पर सवार हो गयी थी मैं,
अब जो छोड़ोगे हाथ बीच भँवर में तो कहाँ जाऊंगी मैं।
अक्सर वही लोग हम पर वार करते हैं,
जिनपर हम हद से ज्यादा ऐतबार करते हैं।
मेरे ज़ज्बात की कदर ही कहाँ,
सिर्फ इलज़ाम लगाना ही उनकी फितरत है।
सोचा भी न था ऐसे लम्हों का सामना होगा,
मंजिल तो सामने होगी पर रास्ता न होगा।
बहुत साल बीत गये तुम्हे देखे बिना,
आज भी सपने बस तेरे आते हैं।
युं तो गलत नही होते अंदाज चेहरों के लेकिन
लोग वैसे भी नहीं होते जैसे नजर आते है।