सुबह सुबह बीवी ने कहा - उठो जी, मेरे लिए नाश्ता बना दो।
पति उठा और बाहर जाने लगा
पत्नी - अरे कहाँ चल दिए?
पति - अपने वकील के पास, मुझे तुमसे तलाक़ लेना है
पति वकील के घर गया और वहाँ से उलटे पैर लौट आया और चुपचाप नाश्ता बनाने लगा
क्योंकि वकील बर्तन मांज रहा था।
पति ने पत्नी को कॉल किया, बहुत देर घण्टी बजती रही।
पति (गुस्से में ) - इतनी देर से फ़ोन क्यों उठाया ?
पत्नी (खीज में ) - Ringtone पर नाच रही थी।
पति - आज मैंने सात मक्खियां मारीं, तीन नर, चार मादा।
पत्नी - तुम्हें कैसे पता कि कौन नर है, कौन मादा?
पति - तीन मक्खियां सिगरेट के पैकेट पर बैठी थीं। चार आईने के सामने।
बीवी - आप सुलेमान की बीवी के जनाज़े पर नहीं गए?
पति - किस मुँह से जाऊँ तीसरी बार बीवी के जनाज़े में बुला रहा है और मैं उसे एक बार भी नहीं बुला सका।
पत्नी (मायके से फ़ोन पर) - क्या, तुम मुझे याद करते हो?
पति - याद करना इतना आसान होता तो दसवीं में टॉप ना कर जाता।
पत्नी - अगर मेरी किसी राक्षस के साथ भी शादी हो जाती तो भी मैं इतना दुखी न होती जितनी तुम्हारी साथ हू।
पति - पगली, खून के रिश्तों में कहाँ शादी होती है।
पत्नी - अजी सुनते हो, खुशनसीब को इंग्लिश में क्या कहते है?
पति - अनमैरिड।
पत्नी - दे बेलन, दे चिमटा, दे फुकनी।
पत्नी - कोई नया शेर सुनाओ।
पति - संगमरमर से तराशा, खुदा ने तेरे बदन को
पत्नी (खुशी से) - आगे?
पति - बाकी बचा पत्थर उसने तेरी अक्ल पे रख दिया।
पत्नी (गुस्से में ) - मैं घर छोड़ कर जा रही हूँ।
पति (गुस्से में ) - हाँ, जान छोड़ो अब
पत्नी - बस आपकी यही जान कहने की आदत ना हमेशा मुझे रोक लेती है।
पत्नि सो रही थी, उसके पैरो के पास एक नागिन बैठी थी।
पति धीरे से बोला - डस ले.. डस ले..
नागिन बोली - कमीने! चरण स्पर्श करने आई हूँ।
गुरु हैं हमारी।
पत्नी - आपने मुझ में क्या देख कर शादी की?
पति - कुछ नहीं बस बचपन से शौक था बड़े पंगे लेने का।
पत्नी - एक बात बताऊँ, आप नाराज तो नहीं होंगे?
पति - नहीं, बताओ।
पत्नी (डरते हुए) - मेरी वो हीरे वाली अंगूठी गुम हो गई है जो आपने मुझे दी थी।
पति - एक शर्त पर माफ कर सकता हूं।
पत्नी - कौन सी शर्त पर?
पति - आगे से तुम मेरी जेब में हाथ नहीं डालोगी। तुम्हारी अंगूठी मेरी जेब में मिली है।
पति - मेरा अंदाजा यह कह रहा है कि इस डिब्बे में कोई खाने की चीज है।
पत्नी - अरे वाह मेरे पति परमेश्वर, आपने बिल्कुल सही अंदाजा लगाया,
इसमें मेरी नई सैंडल है।
पत्नी चिल्ला कर बोली - आज शाम को जल्दी घर आ जाना।
पति - क्यों कुछ खास है क्या?
पत्नी - मायके से रिश्तेदार आ रहे है।
पति - मेरा दिमाग मत खाओ, मैं बिजी हूँ, कौन कौन आ रहा है?
पत्नी - मेरी दोनों छोटी बहनें आ रही है।
पति खुश होकर - अरे डार्लिंग, तुम्हारे रिश्तेदार मतलब मेरे रिश्तेदार।
पक्का टाइम से आ जाऊंगा।
पति - डार्लिंग, तुम बहुत खूबसूरत होती जा रही हो।
पत्नी - (खुश होकर रसोईघर में से) - तुमने कैसे जाना।
पति - तुम्हें देखकर रोटियां भी जलने लगी है।
पति ने नहाने के बाद बाथरूम से आवाज़ लगाई - सुनो ज़रा तौलिया देना मेरा
पत्नी (गुस्से में ) - तुम हमेशा तौलिये के बिना ही क्यों जाते हो ? अब नाश्ता बनाऊँ या तुम्हें तौलिया दूँ ?
बनियान भी धोकर नल पर टाँग देते हो वो भी मैं उठाऊ।
नहाने के बाद wiper भी नहीं मारते तुम , कल तो light भी बंद नहीं की।
गीले गीले पैर लेकर बाहर आते हो पहर पूरे घर में घुमते हो फ़िर उस पर मिट्टी पड़ जाती है और सारा घर गंदा हो जाता है।
अपनी कामवाली बाथरूम साफ़ करने गयी फिसल कर गिर गयी और 3 दिन नहीं आयी , कितना बुरा हाल हुआ था मेरा काम करके।
पति (मन में सोचते हुए ) - तौलिया माँग कर गलती कर दी या शादी करके।
पति - तेरे बाप की जले पर नमक छिड़कने की आदत गई नहीं।
पत्नी - क्यों क्या हुआ?
पति - आज फिर से पूछ रहा था कि मेरी बेटी से शादी करके खुश तो हो ना?
पत्नी - अजी सुनते हो, दो किलो मटर ले लूँ?
पति - हाँ, ले लो जो ठीक लग रहा है कर लो।
पत्नी - राय नहीं माँग रही आपकी, पूछ रही हूँ।
छील लोगे इतने, कि कम लूँ?
पत्नी - कहाँ पर हो?
पति - Accident हो गया है, हॉस्पिटल जा रहा हूँ।
पत्नी - ध्यान देना, टिफ़िन टेढ़ा ना हो जायें वरना दाल गिर जायेगी।
मियाँ बीवी शॉपिंग लिस्ट बना रहे थे।
बीवी - सब से पहले हमें क्या लेना है ?
पति - लिखो ‘कर्जा’