पत्नी - एक बात बताऊँ, आप नाराज तो नहीं होंगे?
पति - नहीं, बताओ।
पत्नी (डरते हुए) - मेरी वो हीरे वाली अंगूठी गुम हो गई है जो आपने मुझे दी थी।
पति - एक शर्त पर माफ कर सकता हूं।
पत्नी - कौन सी शर्त पर?
पति - आगे से तुम मेरी जेब में हाथ नहीं डालोगी। तुम्हारी अंगूठी मेरी जेब में मिली है।
पत्नी - कहाँ पर हो?
पति - Accident हो गया है, हॉस्पिटल जा रहा हूँ।
पत्नी - ध्यान देना, टिफ़िन टेढ़ा ना हो जायें वरना दाल गिर जायेगी।
पत्नी (गुस्से में ) - मैं घर छोड़ कर जा रही हूँ।
पति (गुस्से में ) - हाँ, जान छोड़ो अब
पत्नी - बस आपकी यही जान कहने की आदत ना हमेशा मुझे रोक लेती है।
पत्नि सो रही थी, उसके पैरो के पास एक नागिन बैठी थी।
पति धीरे से बोला - डस ले.. डस ले..
नागिन बोली - कमीने! चरण स्पर्श करने आई हूँ।
गुरु हैं हमारी।
पत्नी - तुम्हारी शर्ट में तो एक भी बाल नहीं मिलता है।
पति - हां तो क्या हुआ
पत्नी - मैं पूछती हूँ कौन है वो टकली?
पत्नी - देखो मौसम कितना हसीन है, तुम्हारा क्या प्लान है?
पति - मेरा तो वही है, 299 में अनलिमिटेड का 28 दिन के लिए।
पत्नी - घुस जा मोबाइल में।
पति - डार्लिंग, तुम बहुत खूबसूरत होती जा रही हो।
पत्नी - (खुश होकर रसोईघर में से) - तुमने कैसे जाना।
पति - तुम्हें देखकर रोटियां भी जलने लगी है।
पत्नी - एक गेम खेलते है।
पति - कौन सा गेम ?
पत्नी - अगर मैं कलर का नाम लूँ तो तुम लेफ्ट दीवार को हाथ लगाना और फल का नाम लूँ तो राईट दीवार को हाथ लगाना
पति - अगर मैं जीत गया तो ?
पत्नी - जो हारेगा वो जीतने वाले की हर बात मानेगा और वो भी जिंदगी भर !
पति - ये गेम तो मैं जीतूंगा चलो खेलते हैं !
पत्नी - तो ठीक है रेडी स्टेडी गो..ऑरेंज
पति तीन दिन से सोच में पड़ा हुआ है कि ये कलर बोली या फ्रूट ?
पति ने पत्नी को कॉल किया, बहुत देर घण्टी बजती रही।
पति (गुस्से में ) - इतनी देर से फ़ोन क्यों उठाया ?
पत्नी (खीज में ) - Ringtone पर नाच रही थी।
पत्नी - आप बहुत भोले है, आपको कोई भी बेवकूफ बना देता है।
पति - शुरुआत तो तेरे बाप ने की है।
बीवी - आप सुलेमान की बीवी के जनाज़े पर नहीं गए?
पति - किस मुँह से जाऊँ तीसरी बार बीवी के जनाज़े में बुला रहा है और मैं उसे एक बार भी नहीं बुला सका।
पत्नी - मेरी ये समझ में नहीं आता की कई साल से मैं करवा चौथ का व्रत नहीं रख रही फिर भी तुम पूर्ण स्वस्थ कैसे रहे हो।
पति - मैं बहुत नियम संयम से रहता हूँ इसलिए।
पत्नी - मुझे बेवक़ूफ़ समझ रखा है क्या ?
सच सच बताओ वह कौन है जो तुम्हारे लिए करवा चौथ का व्रत रखती है?
पत्नी (मायके से फ़ोन पर) - क्या, तुम मुझे याद करते हो?
पति - याद करना इतना आसान होता तो दसवीं में टॉप ना कर जाता।
पत्नी - कोई नया शेर सुनाओ।
पति - संगमरमर से तराशा, खुदा ने तेरे बदन को
पत्नी (खुशी से) - आगे?
पति - बाकी बचा पत्थर उसने तेरी अक्ल पे रख दिया।
पति - आज मैंने सात मक्खियां मारीं, तीन नर, चार मादा।
पत्नी - तुम्हें कैसे पता कि कौन नर है, कौन मादा?
पति - तीन मक्खियां सिगरेट के पैकेट पर बैठी थीं। चार आईने के सामने।
पत्नी - चलो ना आज कहीं घूमने चलते है, और हां ड्राइविंग मै करूंगी।
पति - मतलब जाएंगे कार में और आएंगे कल के अखबार में।
पत्नी - अजी सुनते हो, दो किलो मटर ले लूँ?
पति - हाँ, ले लो जो ठीक लग रहा है कर लो।
पत्नी - राय नहीं माँग रही आपकी, पूछ रही हूँ।
छील लोगे इतने, कि कम लूँ?
पत्नी - देखो मैं इसे पिछले 7 साल से लगातार पहन रही हूं।
फिर भी इसकी फिटिंग वैसी की वैसी ही है,
और तुम मुझे मोटी कहते रहते हो।
पति - भगवान से डर, ये साड़ी है।
पत्नी - अगर मेरी किसी राक्षस के साथ भी शादी हो जाती तो भी मैं इतना दुखी न होती जितनी तुम्हारी साथ हू।
पति - पगली, खून के रिश्तों में कहाँ शादी होती है।
पति दो घंटे जिम में पसीना बहाने के बाद,
(शीशे के सामने खड़ा होकर अपने एब्स देखते हुए) अपनी पत्नी से बोला - देखे मेरे एब्स ?
पत्नी ने उत्तर दिया - जबसे शादी हुई है,
तुममें ऐब ही ऐब देखे हैं मैंने.. ऐबों के अलावा तुममें है ही क्या ?
फर्क सिर्फ इतना आया है कि अब वो ऐब तुम्हें ख़ुद भी दिखने लगे है।।