रात को चुपके से आती है एक परी,
कुछ खुशियों के सपने लाती है एक परी,
कहती है सपनों के आगोश में खो जाओ,
भूल के सारे गम चुपके से सो जाओ।
मुझे सुलाने की खातिर जब रात आती है,
हम सो नहीं पाते रात खुद सो जाती है,
पूछने पर दिल से यह आवाज़ आती है,
आज दोस्त को याद कर ले, रात तो रोज आती है।
आपसे मिलने के बाद अब आपको खोना नहीं चाहते,
एक प्यारी सी खुशी मिलने क बाद रोना नहीं चाहते,
नींद तो बहुत हैं हमारी आँखों में,
मगर आपसे बात करे बिना सोना नही चाहते।
चांदनी बिखर गई है सारी,
रब से है ये दुआ हमारी,
जितनी प्यारी है तारों की यारी,
आपकी नींद भी हो उतनी ही प्यारी।
प्यारी सी रात में, प्यारे से अंधेरे में,
प्यारी सी नींद में, प्यारे से सपनों में,
प्यारे से दोस्त को, प्यारी सी शुभ रात्रि।
दुखो को कह दो अलविदा,
खुशियों का तुम कर लो साथ,
चाँद की यह चांदनी और तारों की बारात,
लेकर मीठे सपने संग आ गयी है यह रात।
हो मुबारक आपको ये सुहानी रात,
मिले ख्वाबों में भी खुदा का साथ,
खुले जब आपकी आँखे तो,
ढेरों खुशियां हो आपके साथ।
नींद का साथ हो, सपनो की बारात हो,
चाँद सितारे भी साथ हो, और कुछ रहे ना रहे,
पर हमारी यादें आपके साथ हो।
चाँद तारो से रात जगमगाने लगी,
फूलों की खुश्बू से दुनिया महकने लगी,
सो जाइये रात हो गयी है काफ़ी,
निंदिया रानी भी आपको देखने है आने लगी।
अपनी आँखो के अश्क बहा कर सोना,
तुम मेरी यादो का दिया जलाकर सोना,
डर लगता है नींद ही छीन ना ले तुझे,
तू रोज़ मेरे ख्वाबो में आ कर सोना।