हो होंठो पर हँसी और आँखों में ख़ुशी,
ग़मों का कही भी कोई नामो-निशां ना हो,
हर सुबह लाये तुम्हारे लिए इतनी खुशियां,
जिनकी कभी भी कोई शाम ना हो
सुन ऐ ज़िंदगी मुश्किलों के सदा हल दे,
थक न सके हम फुर्सत के कुछ पल दे,
दुआ है दिल से सबको सुखद आज,
और एक बेहतर कल दे।
फूलों की तरह खिलते रहो,
सूरज की तरह चमकते रहो,
और सारा दिन आप हँसते रहो।
जब रात को आपकी याद आती है,
सितारों में आपकी तस्वीर नज़र आती है,
खोजती है निग़ाहें उस चेहरे को,
याद में जिसकी सुबह हो जाती है।
दिल ने कहा कि कोई याद कर रहा है,
फिर लगा कि यह मुझसे मज़ाक कर रहा है,
जब आई हिचकी तो याद आया कि कोई,
मेरी गुड मॉर्निंग विश का इंतज़ार कर रहा है।
फिर सुबह एक नई रोशन हुई,
फिर उम्मीदें नींद से झांकती मिली,
वक़्त का पंछी घरोंदे से उड़ा,
अब कहाँ ले जाए तूफाँ क्या पता।
निकल गई वो चमकती हुई प्यारी सी रात,
हो गयी फिर ज़िन्दगी की शुरुआत,
हर दिन होती हैं हमारी मुलाकात,
फिर भी आपके बिन नहीं होती मेरे दिन की शुरुआत।
सपनो के जहाँ से अब लौट आऔ,
हुई हे सुबह अब जाग जाओ,
चांद – तारों को अब कह कर अलविदा,
इस नए दिन की खुँशियों मे खो जाओ।
अपने आप को बदलने से ही होता हैं नया दिन,
सिर्फ सूरज के निकल जाने से नहीं होता हैं नया दिन।
सवेरा होते ही दुनिया आबाद होती है,
पलकें खुलते ही इस दिल में तुम्हारी याद होती है,
खुदा करे भर जाए तुम्हारा दामन ख़ुशियों से,
हमारे लबों पर बस यही फ़रियाद होती है।
गुलशन में भँवरो का फेरा हो गया,
पूरब में सूरज का डेरा हो गया,
मुस्कान के साथ आँखे खोल प्यारे,
एक बार फिर से प्यारा सा सवेरा हो गया।
फिजाओ में भी आज फिर क्या रंग छाया है,
नीले आसमान में आज फिर सूरज निकल आया है,
तू एक बार आज फिर मुस्कुरा दे,
तुझसे मिलने आज फिर एक नया सवेरा आया है।
किसी ने मुझे कहा की तुम हर रोज,
सुबह सुप्रभात करके सबको याद करते हो,
तो क्या वो भी तुम्हे याद करते है मेंने कहा,
मुझे रिश्ता निभाना है मुकाबला नहीं करना।
नयी है सुबह नया है सवेरा,
इस प्यारे सूरज का वही प्यारा सा चेहरा,
Good morning बोल कर खिलाओ,
अपने हर एक सम्बंधियों का चेहरा।
अँधेरा गया उजाला आया,
चमकता खिलता दिन लाया,
चलो बनाये यादगार इसे,
क्योकि कोई न जाने कल की माया।
उग गया हैं सूरज छुप गयी हैं रात,
अब आखे खोलो सनम,
और करो हमसे कुछ प्यारी बात।
उठ कर देखिए सुबह का नज़ारा,
हवा भी है ठंडी, मौसम भी है प्यारा,
सो गया चाँद ओर छुप गया हर एक तारा,
कबूल करिए आप Good Morning हमारा।
जाने कब सुबह सुबह वो रिश्ता बन गया,
अनजाना जाने कब अपना बन गया,
हमें एहसास भी न हुआ और,
कोई हमारी सुबह की ज़रुरत बन गया।
तुम नहीं होते तो हम कब का खो गए होते,
अपने इस जीवन से बहुत पहले ही रूसवा हो गए होते,
वैसे तो हम उठे हैं तुम्हे “गुड मॉर्निंग” कहने के लिए,
वर्ना अब तक तो हम सो रहे होते।
बिन मौसम कभी बरसात नहीं होती,
चाँद के बिना कभी रात नहीं होती,
अपनी तो आदत ही ऐसी हैं,
आपको Good Morning किये बिना,
दिन की शुरुआत नहीं होती।