सवेरा होते ही दुनिया आबाद होती है,
पलकें खुलते ही इस दिल में तुम्हारी याद होती है,
खुदा करे भर जाए तुम्हारा दामन ख़ुशियों से,
हमारे लबों पर बस यही फ़रियाद होती है।
अँधेरा गया उजाला आया,
चमकता खिलता दिन लाया,
चलो बनाये यादगार इसे,
क्योकि कोई न जाने कल की माया।
जब रात को आपकी याद आती है,
सितारों में आपकी तस्वीर नज़र आती है,
खोजती है निग़ाहें उस चेहरे को,
याद में जिसकी सुबह हो जाती है।
सुबह का हर पल ज़िंदगी दे आपको,
दिन का हर लम्हा खुशी दे आपको,
जहा गम की हवा छू कर भी न गुज़रे,
खुदा वो जन्नत से ज़मीन दे आपको।
कोयल की कुहू कुहू में हैं जो मिठास,
नदिया के जल में भी है खनकती आवाज,
ऐसा ही सुरीला होगा आपका आज,
दिल से कहते हैं आपको सुप्रभात।
फूलों सी महकती हो ये नई सुबह तेरी,
बस इतनी सी प्रार्थना भगवान से, मंजूर हो मेरी।
फूलों की वादियों में हो बसेरा तेरा,
सितारों के आँगन में हो घर तेरा,
दुआ है एक दोस्त की एक दोस्त को,
कि तुझ से भी खूबसूरत हो सवेरा तेरा।
हर सुबह तेरी दुनिया में रौशनी कर दे,
रब तेरे गम को तेरी ख़ुशी कर दे,
जब भी टूटने लगे तेरी सांसें,
खुद तुझमें शामिल मेरी ज़िन्दगी कर दे।
सुबह होते ही जब दुनिया आबाद होती है,
आँख खुलते ही आपकी याद आती है,
खुशियों के फूल हो आपके आँचल में,
ये मेरे होंठों पे पहली फ़रियाद होती है।
प्यार के फूल आपके नाम करता हूँ,
आपकी मुस्कराहट को मैं सलाम करता हूँ,
बन जाए आपकी ज़िन्दगी खुशियों का घर,
यही दुआ मैं आपके लिए सुबह-शाम करता हूँ।
ए सुबह तुम जब भी आना,
सबके लिए खुशियां लाना,
हर चेहरे पर हंसी सजाना,
हर आँगन में फूल खिलाना।
नींद भरी आँखों को जरा धीरे धीरे खोलो,
इस प्यारी सी सुबह की नमी से अपनी पलकों को जरा ढोलो,
हमने तो आपको बोल दिया है गुड मॉर्निंग,
अब आपकी बारी हैं हमें गुड मॉर्निंग तो बोलो.
तेरे गमों को तेरी ख़ुशी कर दे,
हर सुबह तेरी दुनिया में रौशनी भर दे,
जब भी टूटने लगें तेरी साँसे,
खुदा तुझमें शामिल मेरी जिंदगी कर दे।
हर सुबह हम बस उनको ही याद करते हैं,
जो इस दिल की धड़कन में हमेशा रहते हैं।
सूरज निकलने का वक़्त हो गया,
फूल खिलने का वक़्त हो गया,
मीठी नींद से जागो मेरे दोस्त,
सपने हक़ीकत में लाने का वक़्त हो गया।
गुलशन में भँवरो का फेरा हो गया,
पूरब में सूरज का डेरा हो गया,
मुस्कान के साथ आँखे खोल प्यारे,
एक बार फिर से प्यारा सा सवेरा हो गया।
फिर सुबह एक नई रोशन हुई,
फिर उम्मीदें नींद से झांकती मिली,
वक़्त का पंछी घरोंदे से उड़ा,
अब कहाँ ले जाए तूफाँ क्या पता।
गुज़र गई वो तारों वाली सुनहरी रात,
याद आ गई फिर से वही मीठी सी बात,
हो हर लम्हा तुम्हारी खुशियों से मुलाकात,
इसलिए करना मुस्कराहट के साथ,
अपने इस नए दिन की शुरुआत।
सुन ऐ ज़िंदगी मुश्किलों के सदा हल दे,
थक न सके हम फुर्सत के कुछ पल दे,
दुआ है दिल से सबको सुखद आज,
और एक बेहतर कल दे।
सूरज के निकलने का समय हो गया है,
फूलों के खिलने का समय हो गया है,
जाग भी जाओ ऐ दोस्त इस मीठी नींद से,
सपनों को सच करने का समय हो गया है।