उसके ख्यालो मे हम खो रहे होते,
उसकी बाहों मे हम रो रहे होते,
आपसे गुड मार्निंग कहने के लिए जाग गए,
वरना अब तक हम सो रहे होतें।
फिजाओ में भी आज फिर क्या रंग छाया है,
नीले आसमान में आज फिर सूरज निकल आया है,
तू एक बार आज फिर मुस्कुरा दे,
तुझसे मिलने आज फिर एक नया सवेरा आया है।
तेरे गमों को तेरी ख़ुशी कर दे,
हर सुबह तेरी दुनिया में रौशनी भर दे,
जब भी टूटने लगें तेरी साँसे,
खुदा तुझमें शामिल मेरी जिंदगी कर दे।
चहचहाती चिड़िया, खूबसूरती से भरा सवेरा,
फूलो और कलियों ने आपके लिए रंग बिखेरा,
किरने कह रही है जग जाओ,
आपकी झलक के बिना कुछ नहीं हैं पूरा।
उगता सवेरा छुपती रात,
हम दिल में छुपाये बैठे हैं हजारो बात,
हर सुबह सोचते हैं कह दे,
पर समझ नहीं पाते कैसे कहे ये बात।
अपने आप को बदलने से ही होता हैं नया दिन,
सिर्फ सूरज के निकल जाने से नहीं होता हैं नया दिन।
ए सुबह तुम जब भी आना,
सबके लिए खुशियां लाना,
हर चेहरे पर हंसी सजाना,
हर आँगन में फूल खिलाना।
फूलों सी महकती हो ये नई सुबह तेरी,
बस इतनी सी प्रार्थना भगवान से, मंजूर हो मेरी।
फूलों की वादियों में हो बसेरा तेरा,
सितारों के आँगन में हो घर तेरा,
दुआ है एक दोस्त की एक दोस्त को,
कि तुझ से भी खूबसूरत हो सवेरा तेरा।
सुहानी रात कभी प्यारी सुबह का इंतेज़ार नही करती,
ख़ुश्बू कभी भी किसी मौसम का इंतज़ार नहीं करती,
जो पल भी जी रहे हो उसे हँसी और ख़ुशी से जीयो ,
क्योंकि मौत कभी वक़्त का इंतज़ार नहीं करती।
आपकी नयी सुबह इतनी सुहानी हो जाये,
दुखों की सारी बातें आपकी पुरानी हो जायें,
दे जाये इतनी खुशियां यह नया दिन,
कि ख़ुशी भी आपकी दीवानी हो जाये।
सूरज निकलने का समय हो गया,
कलियों के खिलने का समय हो गया,
मीठी नींद से जागो मेरी मोहब्बत,
आपके सपने सच होने का वक़्त हो गया हैं !
नींद भरी आँखों को जरा धीरे धीरे खोलो,
इस प्यारी सी सुबह की नमी से अपनी पलकों को जरा ढोलो,
हमने तो आपको बोल दिया है गुड मॉर्निंग,
अब आपकी बारी हैं हमें गुड मॉर्निंग तो बोलो.
सूरज के निकलने का समय हो गया है,
फूलों के खिलने का समय हो गया है,
जाग भी जाओ ऐ दोस्त इस मीठी नींद से,
सपनों को सच करने का समय हो गया है।
सूरज निकलते ही पुरी दुनिया अपने कामों में व्यस्त होती है,
आँखें खुलते ही हमारे दिल में एक हलचल होती है,
सदा ख़ुशियाँ बनी रहें तुम्हारे आंगन में,
इसी दुआ के साथ मेरी आँखें बंद होती है ।
हो होंठो पर हँसी और आँखों में ख़ुशी,
ग़मों का कही भी कोई नामो-निशां ना हो,
हर सुबह लाये तुम्हारे लिए इतनी खुशियां,
जिनकी कभी भी कोई शाम ना हो
नये दिन की नयी सुबह का नया अंदाज़,
सारे दिन की झोली में कुछ छुपे हुए हैं राज़,
तुझको, मुझको हर किसी को मिलना है कुछ आज,
तो आओ यारो ख़ुशी-ख़ुशी करें इस दिन का आग़ाज़।
काश कोई ऐसी सुबह मिले मुकद्दर मैं,
आँख जो खुले तेरी चूड़ियों की छन-छन से।
गुज़र गई वो तारों वाली सुनहरी रात,
याद आ गई फिर से वही मीठी सी बात,
हो हर लम्हा तुम्हारी खुशियों से मुलाकात,
इसलिए करना मुस्कराहट के साथ,
अपने इस नए दिन की शुरुआत।
सूरज निकलने का वक़्त हो गया,
फूल खिलने का वक़्त हो गया,
मीठी नींद से जागो मेरे दोस्त,
सपने हक़ीकत में लाने का वक़्त हो गया।