नींद भरी आँखों को जरा धीरे धीरे खोलो,
इस प्यारी सी सुबह की नमी से अपनी पलकों को जरा ढोलो,
हमने तो आपको बोल दिया है गुड मॉर्निंग,
अब आपकी बारी हैं हमें गुड मॉर्निंग तो बोलो.
उसके ख्यालो मे हम खो रहे होते,
उसकी बाहों मे हम रो रहे होते,
आपसे गुड मार्निंग कहने के लिए जाग गए,
वरना अब तक हम सो रहे होतें।
कोयल की कुहू कुहू में हैं जो मिठास,
नदिया के जल में भी है खनकती आवाज,
ऐसा ही सुरीला होगा आपका आज,
दिल से कहते हैं आपको सुप्रभात।
सूरज के निकलने का समय हो गया है,
फूलों के खिलने का समय हो गया है,
जाग भी जाओ ऐ दोस्त इस मीठी नींद से,
सपनों को सच करने का समय हो गया है।
गुलशन में भँवरो का फेरा हो गया,
पूरब में सूरज का डेरा हो गया,
मुस्कान के साथ आँखे खोल प्यारे,
एक बार फिर से प्यारा सा सवेरा हो गया।
सूरज निकलने का वक़्त हो गया,
फूल खिलने का वक़्त हो गया,
मीठी नींद से जागो मेरे दोस्त,
सपने हक़ीकत में लाने का वक़्त हो गया।
अँधेरा गया उजाला आया,
चमकता खिलता दिन लाया,
चलो बनाये यादगार इसे,
क्योकि कोई न जाने कल की माया।
नयी है सुबह नया है सवेरा,
इस प्यारे सूरज का वही प्यारा सा चेहरा,
Good morning बोल कर खिलाओ,
अपने हर एक सम्बंधियों का चेहरा।
दिल ने कहा कि कोई याद कर रहा है,
फिर लगा कि यह मुझसे मज़ाक कर रहा है,
जब आई हिचकी तो याद आया कि कोई,
मेरी गुड मॉर्निंग विश का इंतज़ार कर रहा है।
सुन ऐ ज़िंदगी मुश्किलों के सदा हल दे,
थक न सके हम फुर्सत के कुछ पल दे,
दुआ है दिल से सबको सुखद आज,
और एक बेहतर कल दे।
जाने कब सुबह सुबह वो रिश्ता बन गया,
अनजाना जाने कब अपना बन गया,
हमें एहसास भी न हुआ और,
कोई हमारी सुबह की ज़रुरत बन गया।
हर सुबह हम बस उनको ही याद करते हैं,
जो इस दिल की धड़कन में हमेशा रहते हैं।
किसी ने मुझे कहा की तुम हर रोज,
सुबह सुप्रभात करके सबको याद करते हो,
तो क्या वो भी तुम्हे याद करते है मेंने कहा,
मुझे रिश्ता निभाना है मुकाबला नहीं करना।
सुहानी रात कभी प्यारी सुबह का इंतेज़ार नही करती,
ख़ुश्बू कभी भी किसी मौसम का इंतज़ार नहीं करती,
जो पल भी जी रहे हो उसे हँसी और ख़ुशी से जीयो ,
क्योंकि मौत कभी वक़्त का इंतज़ार नहीं करती।
फूलों की वादियों में हो बसेरा तेरा,
सितारों के आँगन में हो घर तेरा,
दुआ है एक दोस्त की एक दोस्त को,
कि तुझ से भी खूबसूरत हो सवेरा तेरा।
सोचा की कुछ तेरे शहर थोड़ी देर में रुकता चलूँ,
एक प्यारे से SMS से सलाम तुझको करता चलूँ,
सूरज की किरणें बनकर तुझे छूता चलूँ,
फिर याद आया की तु किसी और के साथ मशरूफ है,
क्यूँ पुराने ज़ख़्म फिरसे अदा करते चलूँ।
अपने आप को बदलने से ही होता हैं नया दिन,
सिर्फ सूरज के निकल जाने से नहीं होता हैं नया दिन।
सूरज निकलने का समय हो गया,
कलियों के खिलने का समय हो गया,
मीठी नींद से जागो मेरी मोहब्बत,
आपके सपने सच होने का वक़्त हो गया हैं !
हमारी तो दुआ है, कोई गिला नहीं,
वो गुलाब जो आज तक खिला नहीं,
आज के दिन आपको वो सब कुछ मिले,
जो आज तक किसी को कभी मिला नहीं।
ए सुबह तुम जब भी आना,
सबके लिए खुशियां लाना,
हर चेहरे पर हंसी सजाना,
हर आँगन में फूल खिलाना।