सूरज निकलते ही पुरी दुनिया अपने कामों में व्यस्त होती है
सूरज निकलते ही पुरी दुनिया अपने कामों में व्यस्त होती है,
आँखें खुलते ही हमारे दिल में एक हलचल होती है,
सदा ख़ुशियाँ बनी रहें तुम्हारे आंगन में,
इसी दुआ के साथ मेरी आँखें बंद होती है ।
खुशबू बन कर मेरी सांसो में रहना,
लहू बन कर मेरी रग रग में बहना,
दोस्त होते हैं रिश्तों का अनमोल गहना,
इसलिये हर रोज़ सुबह हम से गुड मॉर्निंग कहना।
हर सुबह तेरी दुनिया में रौशनी कर दे,
रब तेरे गम को तेरी ख़ुशी कर दे,
जब भी टूटने लगे तेरी सांसें,
खुद तुझमें शामिल मेरी ज़िन्दगी कर दे।
गुलशन में भँवरो का फेरा हो गया,
पूरब में सूरज का डेरा हो गया,
मुस्कान के साथ आँखे खोल प्यारे,
एक बार फिर से प्यारा सा सवेरा हो गया।
दिल ने कहा कि कोई याद कर रहा है,
फिर लगा कि यह मुझसे मज़ाक कर रहा है,
जब आई हिचकी तो याद आया कि कोई,
मेरी गुड मॉर्निंग विश का इंतज़ार कर रहा है।
नींद भरी आँखों को जरा धीरे धीरे खोलो,
इस प्यारी सी सुबह की नमी से अपनी पलकों को जरा ढोलो,
हमने तो आपको बोल दिया है गुड मॉर्निंग,
अब आपकी बारी हैं हमें गुड मॉर्निंग तो बोलो.
उग गया हैं सूरज छुप गयी हैं रात,
अब आखे खोलो सनम,
और करो हमसे कुछ प्यारी बात।
हर सुबह हम बस उनको ही याद करते हैं,
जो इस दिल की धड़कन में हमेशा रहते हैं।
सुन ऐ ज़िंदगी मुश्किलों के सदा हल दे,
थक न सके हम फुर्सत के कुछ पल दे,
दुआ है दिल से सबको सुखद आज,
और एक बेहतर कल दे।
फूलों सी महकती हो ये नई सुबह तेरी,
बस इतनी सी प्रार्थना भगवान से, मंजूर हो मेरी।
काश कोई ऐसी सुबह मिले मुकद्दर मैं,
आँख जो खुले तेरी चूड़ियों की छन-छन से।
किसी ने मुझे कहा की तुम हर रोज,
सुबह सुप्रभात करके सबको याद करते हो,
तो क्या वो भी तुम्हे याद करते है मेंने कहा,
मुझे रिश्ता निभाना है मुकाबला नहीं करना।
सुबह की हल्की धूप कुछ याद दिलाती है,
हर महकती खुशबू एक जादू जगाती है,
कितनी भी व्यस्त क्यों ना हो यह ज़िन्दगी,
सुबह-सुबह अपनों की याद आ ही जाती है।
ताज़ी हवा में फूलों की महक हो,
पहली किरण में चिड़ियों की चहक हो,
जब भी खोलो तुम अपनी पलकें,
उन पलकों में बस खुशियों की झलक हो।
उसके ख्यालो मे हम खो रहे होते,
उसकी बाहों मे हम रो रहे होते,
आपसे गुड मार्निंग कहने के लिए जाग गए,
वरना अब तक हम सो रहे होतें।
गुज़र गई वो तारों वाली सुनहरी रात,
याद आ गई फिर से वही मीठी सी बात,
हो हर लम्हा तुम्हारी खुशियों से मुलाकात,
इसलिए करना मुस्कराहट के साथ,
अपने इस नए दिन की शुरुआत।
फिजाओ में भी आज फिर क्या रंग छाया है,
नीले आसमान में आज फिर सूरज निकल आया है,
तू एक बार आज फिर मुस्कुरा दे,
तुझसे मिलने आज फिर एक नया सवेरा आया है।
सुहानी रात कभी प्यारी सुबह का इंतेज़ार नही करती,
ख़ुश्बू कभी भी किसी मौसम का इंतज़ार नहीं करती,
जो पल भी जी रहे हो उसे हँसी और ख़ुशी से जीयो ,
क्योंकि मौत कभी वक़्त का इंतज़ार नहीं करती।
सूरज निकलने का वक़्त हो गया,
फूल खिलने का वक़्त हो गया,
मीठी नींद से जागो मेरे दोस्त,
सपने हक़ीकत में लाने का वक़्त हो गया।
कोयल की कुहू कुहू में हैं जो मिठास,
नदिया के जल में भी है खनकती आवाज,
ऐसा ही सुरीला होगा आपका आज,
दिल से कहते हैं आपको सुप्रभात।
अँधेरी रात गयी हैं चमकता दिन खिला हैं,
पुरे जहा में मैंने सिर्फ आपको चुना हैं।