जाने कब सुबह सुबह वो रिश्ता बन गया,
अनजाना जाने कब अपना बन गया,
हमें एहसास भी न हुआ और,
कोई हमारी सुबह की ज़रुरत बन गया।
उगता सवेरा छुपती रात,
हम दिल में छुपाये बैठे हैं हजारो बात,
हर सुबह सोचते हैं कह दे,
पर समझ नहीं पाते कैसे कहे ये बात।
गुज़र गई वो तारों वाली सुनहरी रात,
याद आ गई फिर से वही मीठी सी बात,
हो हर लम्हा तुम्हारी खुशियों से मुलाकात,
इसलिए करना मुस्कराहट के साथ,
अपने इस नए दिन की शुरुआत।
अँधेरा गया उजाला आया,
चमकता खिलता दिन लाया,
चलो बनाये यादगार इसे,
क्योकि कोई न जाने कल की माया।
खुशबू बन कर मेरी सांसो में रहना,
लहू बन कर मेरी रग रग में बहना,
दोस्त होते हैं रिश्तों का अनमोल गहना,
इसलिये हर रोज़ सुबह हम से गुड मॉर्निंग कहना।
तेरे गमों को तेरी ख़ुशी कर दे,
हर सुबह तेरी दुनिया में रौशनी भर दे,
जब भी टूटने लगें तेरी साँसे,
खुदा तुझमें शामिल मेरी जिंदगी कर दे।
हर सुबह तेरी दुनिया में रौशनी कर दे,
रब तेरे गम को तेरी ख़ुशी कर दे,
जब भी टूटने लगे तेरी सांसें,
खुद तुझमें शामिल मेरी ज़िन्दगी कर दे।
गुलशन में भँवरो का फेरा हो गया,
पूरब में सूरज का डेरा हो गया,
मुस्कान के साथ आँखे खोल प्यारे,
एक बार फिर से प्यारा सा सवेरा हो गया।
बिन मौसम कभी बरसात नहीं होती,
चाँद के बिना कभी रात नहीं होती,
अपनी तो आदत ही ऐसी हैं,
आपको Good Morning किये बिना,
दिन की शुरुआत नहीं होती।
हर सुबह हम बस उनको ही याद करते हैं,
जो इस दिल की धड़कन में हमेशा रहते हैं।