अपने आप को बदलने से ही होता हैं नया दिन,
सिर्फ सूरज के निकल जाने से नहीं होता हैं नया दिन।
फिर सुबह एक नई रोशन हुई,
फिर उम्मीदें नींद से झांकती मिली,
वक़्त का पंछी घरोंदे से उड़ा,
अब कहाँ ले जाए तूफाँ क्या पता।
सूरज निकलने का समय हो गया,
कलियों के खिलने का समय हो गया,
मीठी नींद से जागो मेरी मोहब्बत,
आपके सपने सच होने का वक़्त हो गया हैं !
जाने कब सुबह सुबह वो रिश्ता बन गया,
अनजाना जाने कब अपना बन गया,
हमें एहसास भी न हुआ और,
कोई हमारी सुबह की ज़रुरत बन गया।
उसके ख्यालो मे हम खो रहे होते,
उसकी बाहों मे हम रो रहे होते,
आपसे गुड मार्निंग कहने के लिए जाग गए,
वरना अब तक हम सो रहे होतें।
सुबह का हर पल ज़िंदगी दे आपको,
दिन का हर लम्हा खुशी दे आपको,
जहा गम की हवा छू कर भी न गुज़रे,
खुदा वो जन्नत से ज़मीन दे आपको।
सुहानी रात कभी प्यारी सुबह का इंतेज़ार नही करती,
ख़ुश्बू कभी भी किसी मौसम का इंतज़ार नहीं करती,
जो पल भी जी रहे हो उसे हँसी और ख़ुशी से जीयो ,
क्योंकि मौत कभी वक़्त का इंतज़ार नहीं करती।
गुलशन में भँवरो का फेरा हो गया,
पूरब में सूरज का डेरा हो गया,
मुस्कान के साथ आँखे खोल प्यारे,
एक बार फिर से प्यारा सा सवेरा हो गया।
नये दिन की नयी सुबह का नया अंदाज़,
सारे दिन की झोली में कुछ छुपे हुए हैं राज़,
तुझको, मुझको हर किसी को मिलना है कुछ आज,
तो आओ यारो ख़ुशी-ख़ुशी करें इस दिन का आग़ाज़।
हो होंठो पर हँसी और आँखों में ख़ुशी,
ग़मों का कही भी कोई नामो-निशां ना हो,
हर सुबह लाये तुम्हारे लिए इतनी खुशियां,
जिनकी कभी भी कोई शाम ना हो
सवेरा होते ही दुनिया आबाद होती है,
पलकें खुलते ही इस दिल में तुम्हारी याद होती है,
खुदा करे भर जाए तुम्हारा दामन ख़ुशियों से,
हमारे लबों पर बस यही फ़रियाद होती है।
ए सुबह तुम जब भी आना,
सबके लिए खुशियां लाना,
हर चेहरे पर हंसी सजाना,
हर आँगन में फूल खिलाना।
हर सुबह तेरी दुनिया में रौशनी कर दे,
रब तेरे गम को तेरी ख़ुशी कर दे,
जब भी टूटने लगे तेरी सांसें,
खुद तुझमें शामिल मेरी ज़िन्दगी कर दे।
बिन मौसम कभी बरसात नहीं होती,
चाँद के बिना कभी रात नहीं होती,
अपनी तो आदत ही ऐसी हैं,
आपको Good Morning किये बिना,
दिन की शुरुआत नहीं होती।
फिजाओ में भी आज फिर क्या रंग छाया है,
नीले आसमान में आज फिर सूरज निकल आया है,
तू एक बार आज फिर मुस्कुरा दे,
तुझसे मिलने आज फिर एक नया सवेरा आया है।
खुशबू बन कर मेरी सांसो में रहना,
लहू बन कर मेरी रग रग में बहना,
दोस्त होते हैं रिश्तों का अनमोल गहना,
इसलिये हर रोज़ सुबह हम से गुड मॉर्निंग कहना।
फूलों की तरह खिलते रहो,
सूरज की तरह चमकते रहो,
और सारा दिन आप हँसते रहो।
गुज़र गई वो तारों वाली सुनहरी रात,
याद आ गई फिर से वही मीठी सी बात,
हो हर लम्हा तुम्हारी खुशियों से मुलाकात,
इसलिए करना मुस्कराहट के साथ,
अपने इस नए दिन की शुरुआत।
कोयल की कुहू कुहू में हैं जो मिठास,
नदिया के जल में भी है खनकती आवाज,
ऐसा ही सुरीला होगा आपका आज,
दिल से कहते हैं आपको सुप्रभात।
आई है सुबह वो रोशनी लेके,
जैसे नए जोश की नयी किरण चमके,
विश्वास की लौ सदा जला के रखना,
देगी अंधेरों में रास्ता आपको दीया बनके।