गुज़र गई वो तारों वाली सुनहरी रात,
याद आ गई फिर से वही मीठी सी बात,
हो हर लम्हा तुम्हारी खुशियों से मुलाकात,
इसलिए करना मुस्कराहट के साथ,
अपने इस नए दिन की शुरुआत।
सूरज निकलने का समय हो गया,
कलियों के खिलने का समय हो गया,
मीठी नींद से जागो मेरी मोहब्बत,
आपके सपने सच होने का वक़्त हो गया हैं !
आपकी नयी सुबह इतनी सुहानी हो जाये,
दुखों की सारी बातें आपकी पुरानी हो जायें,
दे जाये इतनी खुशियां यह नया दिन,
कि ख़ुशी भी आपकी दीवानी हो जाये।
फिजाओ में भी आज फिर क्या रंग छाया है,
नीले आसमान में आज फिर सूरज निकल आया है,
तू एक बार आज फिर मुस्कुरा दे,
तुझसे मिलने आज फिर एक नया सवेरा आया है।
दिल ने कहा कि कोई याद कर रहा है,
फिर लगा कि यह मुझसे मज़ाक कर रहा है,
जब आई हिचकी तो याद आया कि कोई,
मेरी गुड मॉर्निंग विश का इंतज़ार कर रहा है।
उठ कर देखिए सुबह का नज़ारा,
हवा भी है ठंडी, मौसम भी है प्यारा,
सो गया चाँद ओर छुप गया हर एक तारा,
कबूल करिए आप Good Morning हमारा।
सपनो के जहाँ से अब लौट आऔ,
हुई हे सुबह अब जाग जाओ,
चांद – तारों को अब कह कर अलविदा,
इस नए दिन की खुँशियों मे खो जाओ।
नींद भरी आँखों को जरा धीरे धीरे खोलो,
इस प्यारी सी सुबह की नमी से अपनी पलकों को जरा ढोलो,
हमने तो आपको बोल दिया है गुड मॉर्निंग,
अब आपकी बारी हैं हमें गुड मॉर्निंग तो बोलो.
सूरज निकलने का वक़्त हो गया,
फूल खिलने का वक़्त हो गया,
मीठी नींद से जागो मेरे दोस्त,
सपने हक़ीकत में लाने का वक़्त हो गया।
हर सुबह तेरी दुनिया में रौशनी कर दे,
रब तेरे गम को तेरी ख़ुशी कर दे,
जब भी टूटने लगे तेरी सांसें,
खुद तुझमें शामिल मेरी ज़िन्दगी कर दे।
उगता सवेरा छुपती रात,
हम दिल में छुपाये बैठे हैं हजारो बात,
हर सुबह सोचते हैं कह दे,
पर समझ नहीं पाते कैसे कहे ये बात।
नये दिन की नयी सुबह का नया अंदाज़,
सारे दिन की झोली में कुछ छुपे हुए हैं राज़,
तुझको, मुझको हर किसी को मिलना है कुछ आज,
तो आओ यारो ख़ुशी-ख़ुशी करें इस दिन का आग़ाज़।
सुन ऐ ज़िंदगी मुश्किलों के सदा हल दे,
थक न सके हम फुर्सत के कुछ पल दे,
दुआ है दिल से सबको सुखद आज,
और एक बेहतर कल दे।
अँधेरी रात गयी हैं चमकता दिन खिला हैं,
पुरे जहा में मैंने सिर्फ आपको चुना हैं।
अँधेरा गया उजाला आया,
चमकता खिलता दिन लाया,
चलो बनाये यादगार इसे,
क्योकि कोई न जाने कल की माया।
आई है सुबह वो रोशनी लेके,
जैसे नए जोश की नयी किरण चमके,
विश्वास की लौ सदा जला के रखना,
देगी अंधेरों में रास्ता आपको दीया बनके।
जाने कब सुबह सुबह वो रिश्ता बन गया,
अनजाना जाने कब अपना बन गया,
हमें एहसास भी न हुआ और,
कोई हमारी सुबह की ज़रुरत बन गया।
उग गया हैं सूरज छुप गयी हैं रात,
अब आखे खोलो सनम,
और करो हमसे कुछ प्यारी बात।
हमारी तो दुआ है, कोई गिला नहीं,
वो गुलाब जो आज तक खिला नहीं,
आज के दिन आपको वो सब कुछ मिले,
जो आज तक किसी को कभी मिला नहीं।
हर सुबह हम बस उनको ही याद करते हैं,
जो इस दिल की धड़कन में हमेशा रहते हैं।
काश कोई ऐसी सुबह मिले मुकद्दर मैं,
आँख जो खुले तेरी चूड़ियों की छन-छन से।