Trending - Holi

Saturday | Army | Attitude | Congratulations 🎉 | Good Morning 🌞 | Good Night 😴 | Love 💕 | Motivational 🔥 | Rain 🌧️ | Sad 😢 | Name On Cake 🎂


Home Maa Shayari in Hindi & English Maa Shayari in Hindi - माँ शायरी हिंदी में

माँ तो जन्नत का फूल है प्यार करना उसका उसूल है

माँ तो जन्नत का फूल है प्यार करना उसका उसूल हैमाँ तो जन्नत का फूल है प्यार करना उसका उसूल है,
दुनिया की मोहब्बत फिजूल है माँ की हर दुआ कबूल है,
माँ को नाराज करना इंसान तेरी भूल है,
माँ के कदमो की मिट्टी जन्नत की धूल है।

See More From: Maa Shayari in Hindi
माँ खुद भूखी होती है मुझे खिलाती हैमाँ खुद भूखी होती है, मुझे खिलाती है,
खुद दुःखी होती है, मुझे चैन की नींद सुलाती है।

माँ मैं तुझको खोना नहीं चाहतीमाँ मैं तुझको खोना नहीं चाहती,
तुझे देख रोना नहीं चाहती,
तुझ से जुड़ गया है दिल मेरा,
तुझे छोड़ कुछ पाना नही चाहती।

माँ कर देती है पर गिनाती नहीं हैमाँ कर देती है पर गिनाती नहीं है,
वो सह लेती है पर सुनाती नहीं है।

न अपनों से खुलता है न ही गैरों से खुलता हैन अपनों से खुलता है न ही गैरों से खुलता है,
ये जन्नत का दरवाज़ा है माँ के पैरो से खुलता है।

बिना बताए ही वो हर बात जान जाती हैबिना बताए ही वो हर बात जान जाती है,
वो माँ ही तो अपनी दोस्त बन जाती है,
अगर कोई मुसीबत आए तो ढाल बन जाती है,
वो माँ ही है जो दुआ बन जाती है।

बिना हुनर के भी वो चार औलाद पाल लेती हैबिना हुनर के भी वो चार औलाद पाल लेती है,
कैसे कह दूं कि माँ अनपढ़ है मेरी।

पहाड़ो जैसे सदमे झेलती है उम्र भर लेकिनपहाड़ो जैसे सदमे झेलती है उम्र भर लेकिन,
बस इक औलाद के सितम से माँ टूट जाती है।

सर पर जो हाथ फेरे तो हिम्मत मिल जाएसर पर जो हाथ फेरे, तो हिम्मत मिल जाए,
माँ एक बार मुस्कुरा दे, तो जन्नत मिल जाए।

पेट पर लात खाके फिर भी प्यार लुटाती हैपेट पर लात खाके फिर भी प्यार लुटाती है,
एक माँ ही है जो सच्चे प्यार की मूरत कहलाती है।

मेरी याद में माँ मेरी गिन लेती है दिन सारेमेरी याद में माँ मेरी, गिन लेती है दिन सारे,
फिर भला कैसे कह दू, अनपढ़ है माँ मेरी।

ऐ खुदा तूने गुल को गुलशन में जगा दीऐ खुदा तूने गुल को गुलशन में जगा दी,
पानी को समुद्र में जगा दी,
तू उसे जन्नत में जगा देना,
जिसने मुझे नौ महीने अपने पेट मे जगा दी।

जिसके होने से मैं खुद को मुक्कम्मल मानता हूँजिसके होने से मैं खुद को मुक्कम्मल मानता हूँ,
में खुदा से पहले मेरी माँ को जानता हूँ।

मां तेरे एहसास की खुशबू हमेशा ताजा रहती हैमां तेरे एहसास की खुशबू हमेशा ताजा रहती है,
तेरी रहमत की बारिश से मुरादें भीग जाती है।

माँ तो जन्नत का फूल है प्यार करना उसका उसूल हैमाँ तो जन्नत का फूल है प्यार करना उसका उसूल है,
दुनिया की मोहब्बत फिजूल है माँ की हर दुआ कबूल है,
माँ को नाराज करना इंसान तेरी भूल है,
माँ के कदमो की मिट्टी जन्नत की धूल है।

दिन की रौशनी ख्वाबो को बनाने मे गुजर गयीदिन की रौशनी ख्वाबो को बनाने मे गुजर गयी,
रात की नींद बच्चे को सुलाने मे गुजर गयी,
जिस मकान मे तेरे नाम की तख्ती भी नहीं है,
सारी उम्र उस मकान को बनाने मे गुजर गयी।

मां कहती नहीं लेकिन सब कुछ समझती हैमां कहती नहीं लेकिन सब कुछ समझती है,
दिल की और जुबां की दोनों भाषा समझती है।

ज़िंदगी में उसका दुलार काफ़ी हैज़िंदगी में उसका दुलार काफ़ी है,
सर पर उसका हाथ काफी है,
दूर हो या पास क्या फर्क पड़ता है,
माँ का तो बस एहसास ही काफ़ी है।

मैं सब कुछ ‪भूल सकता हूँ तुम्हे नहीं माँमैं सब कुछ ‪भूल सकता हूँ, तुम्हे नहीं माँ,
मुस्कुराने की वजह ‪सिर्फ‬ तुम हो।

खूबसूरती की इंतहा बेपनाह देखीखूबसूरती की इंतहा बेपनाह देखी,
जब मैंने मुस्कराती हुई माँ देखी।

दुआ है रब से वो शाम कभी ना आएदुआ है रब से वो शाम कभी ना आए,
जब माँ दूर मुझसे हो जाए।


Categories