Trending - Holi

Friday | Army | Attitude | Congratulations 🎉 | Good Morning 🌞 | Good Night 😴 | Love 💕 | Motivational 🔥 | Rain 🌧️ | Sad 😢 | Name On Cake 🎂


Home Maa Shayari in Hindi & English Maa Shayari in Hindi - माँ शायरी हिंदी में

एक दुनिया हैं जो समझाने से भी नहीं समझती

एक दुनिया हैं जो समझाने से भी नहीं समझतीएक दुनिया हैं जो समझाने से भी नहीं समझती,
एक माँ थी बिन बोले सब समझ जाती थी।

See More From: Maa Shayari in Hindi
सोच बदल कर देखिए जिंदगी बदल जाएगीसोच बदल कर देखिए जिंदगी बदल जाएगी,
मंदिर में किसे खुश करने जाते है,
जब भगवान घर में ही उदास बैठे है।

मैं सब कुछ ‪भूल सकता हूँ तुम्हे नहीं माँमैं सब कुछ ‪भूल सकता हूँ, तुम्हे नहीं माँ,
मुस्कुराने की वजह ‪सिर्फ‬ तुम हो।

मेरी याद में माँ मेरी गिन लेती है दिन सारेमेरी याद में माँ मेरी, गिन लेती है दिन सारे,
फिर भला कैसे कह दू, अनपढ़ है माँ मेरी।

मेरी तकदीर में कभी कोई गम नहीं होतामेरी तकदीर में कभी कोई गम नहीं होता,
अगर तकदीर लिखने का हक मेरी माँ को होता।

ऐ खुदा तूने गुल को गुलशन में जगा दीऐ खुदा तूने गुल को गुलशन में जगा दी,
पानी को समुद्र में जगा दी,
तू उसे जन्नत में जगा देना,
जिसने मुझे नौ महीने अपने पेट मे जगा दी।

पहाड़ो जैसे सदमे झेलती है उम्र भर लेकिनपहाड़ो जैसे सदमे झेलती है उम्र भर लेकिन,
बस इक औलाद के सितम से माँ टूट जाती है।

दिन की रौशनी ख्वाबो को बनाने मे गुजर गयीदिन की रौशनी ख्वाबो को बनाने मे गुजर गयी,
रात की नींद बच्चे को सुलाने मे गुजर गयी,
जिस मकान मे तेरे नाम की तख्ती भी नहीं है,
सारी उम्र उस मकान को बनाने मे गुजर गयी।

किसी को जन्नत तो किसी को दो जहान चाहिएकिसी को जन्नत तो किसी को दो जहान चाहिए,
किसी को धन दौलत तो किसी को मकान चाहिए,
मुझे नहीं गरज़ इन नेअमतों की या रब,
जिसकी खिदमत से मिले सब वो माँ चाहिए।

गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारे हैं कितनेगिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारे हैं कितने,
भला कैसे कह दूं कि माँ अनपढ़ है मेरी।

जो सब पर कृपा करे उसे ईश्वर कहते हैजो सब पर कृपा करे उसे ईश्वर कहते है,
जो ईश्वर को भी जन्म दें उसे मां कहते है।

रूह के रिश्तो की यह गहराइयां तो देखिएरूह के रिश्तो की यह गहराइयां तो देखिए,
चोट लगती है हमें और दर्द मां को होता है।

जिसके होने से मैं खुद को मुक्कम्मल मानता हूँजिसके होने से मैं खुद को मुक्कम्मल मानता हूँ,
में खुदा से पहले मेरी माँ को जानता हूँ।

पेट पर लात खाके फिर भी प्यार लुटाती हैपेट पर लात खाके फिर भी प्यार लुटाती है,
एक माँ ही है जो सच्चे प्यार की मूरत कहलाती है।

खूबसूरती की इंतहा बेपनाह देखीखूबसूरती की इंतहा बेपनाह देखी,
जब मैंने मुस्कराती हुई माँ देखी।

जब भी गन्दा होता हूँ मैं वो साफ़ कर देती हैजब भी गन्दा होता हूँ मैं वो साफ़ कर देती है,
अपनी हर संतान के साथ इन्साफ कर देती है,
नाराज होना तो फितरत होती है औलादों की,
माँ से जब भी माफ़ी मांगो हर खता माफ़ कर देती है।

सोच समझ कर बर्बाद करना मुझेसोच समझ कर बर्बाद करना मुझे,
बहुत प्यार से पाला है मेरी माँ ने मुझे।

दुआ है रब से वो शाम कभी ना आएदुआ है रब से वो शाम कभी ना आए,
जब माँ दूर मुझसे हो जाए।

न अपनों से खुलता है न ही गैरों से खुलता हैन अपनों से खुलता है न ही गैरों से खुलता है,
ये जन्नत का दरवाज़ा है माँ के पैरो से खुलता है।

बिना हुनर के भी वो चार औलाद पाल लेती हैबिना हुनर के भी वो चार औलाद पाल लेती है,
कैसे कह दूं कि माँ अनपढ़ है मेरी।

माँ से बढ़कर कोई नाम क्या होगामाँ से बढ़कर कोई नाम क्या होगा,
इस नाम का हमसे एहतराम क्या होगा,
जिसके पैरों के नीचे जन्नत है,
उसके सर का मक़ाम क्या होगा।


Categories