सुबह होते ही जब दुनिया आबाद होती है,
आँख खुलते ही आपकी याद आती है,
खुशियों के फूल हो आपके आँचल में,
ये मेरे होंठों पे पहली फ़रियाद होती है।
फूलों की वादियों में हो बसेरा तेरा,
सितारों के आँगन में हो घर तेरा,
दुआ है एक दोस्त की एक दोस्त को,
कि तुझ से भी खूबसूरत हो सवेरा तेरा।
खुशबू बन कर मेरी सांसो में रहना,
लहू बन कर मेरी रग रग में बहना,
दोस्त होते हैं रिश्तों का अनमोल गहना,
इसलिये हर रोज़ सुबह हम से गुड मॉर्निंग कहना।
हो होंठो पर हँसी और आँखों में ख़ुशी,
ग़मों का कही भी कोई नामो-निशां ना हो,
हर सुबह लाये तुम्हारे लिए इतनी खुशियां,
जिनकी कभी भी कोई शाम ना हो
अँधेरी रात गयी हैं चमकता दिन खिला हैं,
पुरे जहा में मैंने सिर्फ आपको चुना हैं।
उग गया हैं सूरज छुप गयी हैं रात,
अब आखे खोलो सनम,
और करो हमसे कुछ प्यारी बात।
हमारी तो दुआ है, कोई गिला नहीं,
वो गुलाब जो आज तक खिला नहीं,
आज के दिन आपको वो सब कुछ मिले,
जो आज तक किसी को कभी मिला नहीं।
नयी है सुबह नया है सवेरा,
इस प्यारे सूरज का वही प्यारा सा चेहरा,
Good morning बोल कर खिलाओ,
अपने हर एक सम्बंधियों का चेहरा।
सूरज के निकलने का समय हो गया है,
फूलों के खिलने का समय हो गया है,
जाग भी जाओ ऐ दोस्त इस मीठी नींद से,
सपनों को सच करने का समय हो गया है।
नींद भरी आँखों को जरा धीरे धीरे खोलो,
इस प्यारी सी सुबह की नमी से अपनी पलकों को जरा ढोलो,
हमने तो आपको बोल दिया है गुड मॉर्निंग,
अब आपकी बारी हैं हमें गुड मॉर्निंग तो बोलो.
ए सुबह तुम जब भी आना,
सबके लिए खुशियां लाना,
हर चेहरे पर हंसी सजाना,
हर आँगन में फूल खिलाना।
जब रात को आपकी याद आती है,
सितारों में आपकी तस्वीर नज़र आती है,
खोजती है निग़ाहें उस चेहरे को,
याद में जिसकी सुबह हो जाती है।
फूलों की तरह खिलते रहो,
सूरज की तरह चमकते रहो,
और सारा दिन आप हँसते रहो।
उसके ख्यालो मे हम खो रहे होते,
उसकी बाहों मे हम रो रहे होते,
आपसे गुड मार्निंग कहने के लिए जाग गए,
वरना अब तक हम सो रहे होतें।
कोयल की कुहू कुहू में हैं जो मिठास,
नदिया के जल में भी है खनकती आवाज,
ऐसा ही सुरीला होगा आपका आज,
दिल से कहते हैं आपको सुप्रभात।
तुम नहीं होते तो हम कब का खो गए होते,
अपने इस जीवन से बहुत पहले ही रूसवा हो गए होते,
वैसे तो हम उठे हैं तुम्हे “गुड मॉर्निंग” कहने के लिए,
वर्ना अब तक तो हम सो रहे होते।
आई है सुबह वो रोशनी लेके,
जैसे नए जोश की नयी किरण चमके,
विश्वास की लौ सदा जला के रखना,
देगी अंधेरों में रास्ता आपको दीया बनके।
काश कोई ऐसी सुबह मिले मुकद्दर मैं,
आँख जो खुले तेरी चूड़ियों की छन-छन से।
बिन मौसम कभी बरसात नहीं होती,
चाँद के बिना कभी रात नहीं होती,
अपनी तो आदत ही ऐसी हैं,
आपको Good Morning किये बिना,
दिन की शुरुआत नहीं होती।
गुलशन में भँवरो का फेरा हो गया,
पूरब में सूरज का डेरा हो गया,
मुस्कान के साथ आँखे खोल प्यारे,
एक बार फिर से प्यारा सा सवेरा हो गया।