उस इंसान की मोहब्बत पर कभी,
शक मत करना,
जो आपको आपसे नहीं,
पर अपने रब से मांगता हो।
उस पति के प्यार पे,
कभी शक मत करना,
जो अपने बूढ़ी मां का ख्याल,
आपसे ज्यादा करता है।
सौ बार सोच लिया उसने,
मुझ पर हक़ रखने से पहले,
एक बार भी ना सोचा उसने,
मुझ पर शक करने से पहले।
तुम देर से आये तो हमें चिंता हुई,
और हम देर से आये तो तुम्हें शक,
किस को दिखाए इस दिल के जख्म को,
कितना दिया था, हमने तुम्हें हक।
कभी ये शक का चश्मा हटा कर देखो,
कभी तो अपना बनाकर देखो,
मिलेंगे तुम्हारे हर प्रश्न के उत्तर,
बस थोड़ा नजर से नजर मिलाकर देखो।
याद ऐसा करो कि कोई हद न हो,
भरोसा इतना करना कि शक न हो,
और इंतजार इतना करो कि कोई वक्त न हो,
दोस्ती ऐसी करो कि कभी नफ़रत न हो।
जिन्दगी बीत जाती है,
किसी को अपना बनाने में,
पर एक शक ही काफी है,
तमाम रिश्तों को उजाड़ने में।
जब हमें उनसे मोहब्बत थी,
उन्हें हमारे मुहब्बत पे शक था,
जब उन्हें एहसास हुआ मेरे मुहब्बत का,
तब मुझ पर किसी और का हक था
यकीन क्या है जो आये यकीं दिलाने से,
मैं चाहती हूँ तुझे जान इक जमाने से,
इसीलिए तो कहते है कि शक न करना तुम,
ये आग वो है जो बुझती नहीं बुझाने से।
भरोसा होता तो शक ही न होता,
यही सोचकर मैं सफाई नहीं देता,
जो अपना रहेगा वो अपना ही होगा,
रिश्तों की मैं दुहाई नहीं देता।