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Home Alone Shayari in Hindi & English Alone Shayari 2 Line in Hindi - अलोन शायरी 2 लाइन इन हिंदी

निगाहें अकेले गुनाह करती भी कैसे

निगाहें अकेले गुनाह करती भी कैसेनिगाहें अकेले गुनाह करती भी कैसे,
जब तक मुस्कान उसका साथ न देती।

हर वक़्त का हँसना तुझे बर्बाद ना कर देहर वक़्त का हँसना तुझे बर्बाद ना कर दे,
​तन्हाई के लम्हों में कभी रो भी लिया कर।

चला जाऊंगा जैसे खुद को तनहा छोड़ करचला जाऊंगा जैसे खुद को तनहा छोड़ कर,
मैं अपने आपको रातों में उठकर देख लेता हूँ।

दोहरी शक्सियत रखनें से इन्कार है हमेंदोहरी शक्सियत रखनें से इन्कार है हमें,
इसलिये अकेले रहना स्वीकार है हमें।

यूँ भी हुआ रात को जब लोग सो गएयूँ भी हुआ रात को जब लोग सो गए,
तन्हाई और मैं तेरी बातों में खो गए।

अजीब सी बेताबी रहती है तेरे बिनाअजीब सी बेताबी रहती है तेरे बिना,
रह भी लेते हैं और रहा भी नहीं जाता।

वक़्त तो दो ही कठिन गुजरे है सारी उम्र मेंवक़्त तो दो ही कठिन गुजरे है सारी उम्र में,
इक तेरे आने के पहले इक तेरे जाने के बाद।

कैसे गुजरती है मेरी हर एक शाम तुम्हारे बगैरकैसे गुजरती है मेरी हर एक शाम तुम्हारे बगैर,
अगर तुम देख लेते तो कभी तन्हा न छोड़ते मुझे।

मैं मुसीबत में अकेला हूँ तो यार हैरत कैसीमैं मुसीबत में अकेला हूँ तो यार हैरत कैसी,
हर कोई डूबती हुई क़श्ती, से उतर ही जाता है।

जब से देखा है चाँद को तन्हाजब से देखा है चाँद को तन्हा,
तुम से भी कोई शिकायत ना रही।

न ढूंढ मेरा किरदार दुनिया की भीड़ मेंन ढूंढ मेरा किरदार दुनिया की भीड़ में,
वफादार तो हमेशा तन्हा ही मिलते है।

मेरा और उस चाँद का मुकद्दर एक जैसा हैमेरा और उस चाँद का मुकद्दर एक जैसा है,
वो तारों में तन्हा है और मैं हजारों में तन्हा।

तुम्हारे बगैर ये वक़्त ये दिन और ये राततुम्हारे बगैर ये वक़्त, ये दिन, और ये रात,
गुजर तो जाते है मगर गुजारे नहीं जाते।

किसी के दर्द में वो अपने ग़मों की झलक पाता हैकिसी के दर्द में वो अपने ग़मों की झलक पाता है,
बूढ़ा, लाचार, इंसान अक्सर अकेला रह जाता है।

निगाहें अकेले गुनाह करती भी कैसेनिगाहें अकेले गुनाह करती भी कैसे,
जब तक मुस्कान उसका साथ न देती।

एक उम्र है जो तेरे बगैर गुजारनी हैएक उम्र है जो तेरे बगैर गुजारनी है,
और एक लम्हा भी तेरे बगैर गुजरता नहीं।

मुझको मेरी तन्हाई से अब शिकायत नहीं हैमुझको मेरी तन्हाई से अब शिकायत नहीं है,
मैं पत्थर हूँ मुझे खुद से भी मोहब्बत नहीं है।

जा रही हो सोने तो जाओ तुम मैं आऊंगा तेरे ख़्वाओ मेंजा रही हो सोने तो जाओ तुम, मैं आऊंगा तेरे ख़्वाओ में,
छोड़ना नही तुम मुझे अकेला, लिपटा लेना अपनी बाँहो में।

सहारा लेना ही पड़ता है मुझको दरिया कासहारा लेना ही पड़ता है मुझको दरिया का,
मैं एक कतरा हूँ तनहा, तो बह नहीं सकता।

दर्द की बारिशों में हम अकेले ही थेदर्द की बारिशों में हम अकेले ही थे,
जब बरसी ख़ुशियाँ न जाने भीड़ कहां से आई।

तेरी यादों के पलकों पे दिन ढलती हैतेरी यादों के पलकों पे दिन ढलती है,
अब ये सफर बहुत तनहा चलती है।


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